राष्ट्रीय कार्यशाला में वर्मी-कम्पोस्टिंग विषय पर व्याख्यान
राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कार्यशाला ’’जैविक विज्ञान में उद्यमिता कौशल विकास और कैरियर के अवसर’’ विषय पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ संजय कन्नौजे ने छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी के महत्व को समझाते हुए जिले में स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किये जा रहे केचुआ खाद के उत्पादन एवं विपणन विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर के वैज्ञानिक डाॅ. कोमल सिंह केराम द्वारा केचुआ खाद निर्माण की आवश्यक तकनीकी पहलुओं, स्थल का चुनाव, तैयार करने के लिए आवश्यक सामग्री बनाते समय आवश्यक सावधानियां एवं विभिन्न फसलों में उसके उपयोग की मात्रा, भण्डारण तथा मृदा स्वास्थय पर पड़ने वाले अनुकूल प्रभाव विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया गया एवं प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान कर वर्मी-कम्पोस्टिंग को एक उद्यम के रूप में स्थापित करने की सलाह दी गयी। उक्त वर्चुअल राष्ट्रीय कार्यशाला में देश के विभिन्न राज्यों के युवक, प्राध्यापकगण, गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधि सहित लगभग 200 से अधिक लोग जुडे थे। कार्यशाला का आयोजन शासकीय कन्या पीजी महाविद्यालय उज्जैन मध्यप्रदेश के जूलाजी एवं बायोटेक्नालाॅजी विभाग के द्वारा किया गया था।
विनोद साहू ब्यूरो चीफ लाइव भारत 36 न्यूज़ कांकेर