जशपुर के लेक्चरर को जिला कलेक्टर का नाम मालूम नहीं। विकासखंड फरसाबाहर के इस हायर सेकेंडरी स्कूल के टीचरों का हाल देख आप सोंच मे पड़ जायेंगे कि आप इन शिक्षकों के पास अपने बच्चों कों भविष्य गढ़ने के भेज रहे हैं। देखिये वीडियो…..
जशपुर जिले मे इन दिनों शिक्षा का स्तर कितना क्या हैं? यह बताने कि हमें कोई खास जरुरत नहीं हैं आप आये दिन सोशल
मीडिया के माध्यम से इनकी करतूत देखते व सुनते हैं। जिले के शिक्षकों का हाल यह हैं कि कहीं कोई शिक्षक स्कूल मे ही खर्राटे मारते नज़र आ जाते हैं तो कहीं महिला शिक्षिका शराब के नशे मे धुत्त होकर शिक्षा के मंदिर कों दूषित कर रहीं हैं। तो कहीं मास्टर साहब तम्बाकू चबाते हुए बच्चों कों ज्ञान भांज रहे हैं। इन मंज़रों कों देखकर तो यही अनुमान लगाया जा सकता हैं कि इन जैसे शिक्षकों पर अधिकारिओं का कोई लगाम नहीं हैं, वर्ना इनके खिलाफ कोई कड़ी करवाई देखने कों मिल जाया करती।
वही शिक्षा के स्तर के मामले मे लावाकेरा हायर सेकेंडरी स्कूल के लेक्चरर गण तो कोसों आगे निकल गए हैं,जब हमारी टीम के द्वारा प्रिंसिपल के साथ क्लास रूम का जायजा लिया गया तो स्वयं स्कूल के प्रिंसिपल भी लेक्चररों कि सामान्य ज्ञान के स्तर कों देखकर भौँचक रह गए। इस न्यूज़ कों पढ़कर जरूर कुछ श्रेष्ठ गुरुजनो कों हमारी लेखन से शिकायत होगी। हम एवं हमारी टीम ऐसी गुरुजनो से हांथ जोड़कर माफ़ी चाहते हैं लेकिन कुछ शिक्षकों के द्वारा उन गरीब माता पिता के सपनो कों रौदने मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे,जो अपने बच्चों कों ऐसी शिक्षकों के पास शिक्षा ग्रहण के लिए भेजते हैं। अब आप ही स्वयं यह अनुमान लगाइये कि हायर सेकेंडरी मे पढ़ाने वाला शिक्षक जब अपने राज्य के शिक्षा मंत्री एवं अपने जिले के कलेक्टर का नाम नहीं बता पा रहे हैं इससे शर्म कि बात और क्या होगी? खैर आप देखिये वीडियो और सोंचिये अपने बच्चों के शिक्षा के स्तर के बारे मे, क्यूंकि इनके लाडले तो कोई प्राइवेट या कान्वेंट स्कूल मे शिक्षा ग्रहण कर रहे होंगे।
Reported by Gangadhar Bajpai