कांकेर

दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के किसानों में लाभकारी फसलों की खेती करने की ललक, 24 किसानों ने धान के बदले केले की खेती करने का लिया निर्णय

मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत जिले के किसानों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।  किसान अब धान के बदले अन्य लाभकारी फसलों की खेती करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के 24 किसानों द्वारा अपने एक-एक एकड़ खेत में धान के बदले केले की खेती करने का निर्णय लिया गया है। ग्राम घोटुलमुण्डा के मन्नुराम और मनीराम, ग्राम सिवनी के रूपसिंह, ग्राम गोंडपाल के रमेश, ग्राम पालहर के धनसिंह कोमरे, ग्राम करकापाल के रामप्रसाद पुंगाटी, ग्राम कोंडे के विजय, ग्राम कराकी के धनीराम और बिन्दाबाई, ग्राम कवाचीकटेल के आयतुराम, सुकलाल और रामशिला, ग्राम बांगाचार के शिवप्रसाद और ग्राम परभेली के रजनीबाई, जयंत्रीबाई, जयसिंह, झाड़ूराम, मरउराम, बिराजोबाई, बिसोबाई, शंकर, फगनू, कवेराम तथा देवलु द्वारा अपने एक-एक एकड़ जमीन में धान के बदले केले की खेती करने का निर्णय लिया गया है। इन किसानों द्वारा उक्त भूमि में गत वर्ष 2020-21 के खरीफ सीजन में धान की फसल ली गई थी, अब उन्होेंने इस भूमि में केले की खेती करने का मन बना लिया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत सरकार द्वारा किसानों को फसल विविधीकरण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्ष 2020-21 में किसानों द्वारा जिस रकबे में धान की फसल ली गई थी, यदि वह धान के बदले कोदो, कुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान, केला, पपीता लगाता है अथवा वृक्षारोपण करने पर किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रूपये आदान सहायता राशि दी जाएगी। वृक्षारोपण करने वाले किसानों को आगामी तीन वर्षों तक आदान सहायता राशि दिया जाएगा।

विनोद साहू लाइव भारत 36 न्यूज़ कांकेर

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