शालाओं के सफल संचालन के लिए वर्चुअल बैठक
कलेक्टर चन्दन कुमार के निर्देशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी के मार्गदर्शन में 25 एवं 26 जून को दो चरणों में प्रथम दिवस अंतागढ़-दुर्गूकोंदल, कांकेर-भानुप्रतापपुर द्वितीय दिवस चारामा-नरहरपुर एवं कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी, संकुल शाला प्राचार्य, खण्ड स्त्रोत समन्वयक, सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं संकुल समन्वयकों का सत्रारंभ में शाला संचालन के संबंध में आवश्यक वर्चुअल बैठक रखा गया है।
बैठक में ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर’’ कार्यक्रम के एडमिन संजीत श्रीवास्तव के द्वारा जिले के नवनयुक्त संकुल शाला प्राचार्य एवं संकुल समन्वयकों को उनके दायित्व निर्वहन के लिए आवश्यक सुझाव दिये गये। द्वितीय वर्ष हेतु पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के संचालन के संबंध में चर्चा किया गया है। जिसमें आॅनलाईन कक्षाओं का नियमित रूप से संचालन के साथ-साथ जहां नेटवर्क की समस्या बनी हुई है ऐसे क्षेत्र में शासन द्वारा दिये गये कोविड-19 के सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए मोहल्ला क्लाॅसेस, बुलटू के बोल, लाउडस्पीकर कक्षाओं एवं अन्य विकल्प के माध्यम से संचालन किये जाने हेतु शिक्षकों को प्रेरित करने के लिए कहा गया। समग्र शिक्षा के सहायक कार्यक्रम समन्वयक दिनेश नाग द्वारा राज्य द्वारा संचालित ‘‘30 दिवसीय सेतु पाठ्यक्रम’’ के प्रशिक्षण कार्यक्रम से अवगत कराते हुए सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण में दिये गये निर्देशों का पालन करते हुए बच्चों को सेतु पाठ्यक्रम समयावधि में पूर्ण करने को कहा गया।
जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा आनंद कुमार गुप्ता के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत् सभी शालाओं में परफोमंेस ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए लर्निंग आउटकम, पुस्तकालय से पुस्तकों का बच्चों द्वारा नियमित उपयोग, निजी स्कूलों या माॅडल स्कूलों से प्रेरित करने हेतु ट्वििनिंग कार्यक्रम का संचालन, नियमित रूप से माॅनीटरिंग दूरभाष, विडियो काॅलिंग के माध्यम से किये जाने के निर्देश प्रसारित किये गये है। जिले के विभिन्न एनजीओ के द्वारा संचालित कार्यक्रम रूम टू रीड, सम्पर्क फाउण्डेशन, सरल कार्यक्रम, निखार कार्यक्रम के तहत् शालाओं में चल रहे उपचारात्मक शिक्षण पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया। विभिन्न कक्षाओं के लिए एलईपी के तहत् प्राप्त पुस्तकों का लाभ बच्चों को अवश्य मिले जिससे राज्य शासन की मंशानुसार उद्देश्य की पूर्ति की जा सके। जिले के हाई, हायर सेकेण्डरी स्कूल तथा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक स्कूल टेलीग्राम ग्रुप में शिक्षकों की जुड़ते हुए अपनी स्कूली छात्र-छात्राओं को व्हाट्सएप या टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ने का निर्देश दिया गया। समग्र शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के तहत् जैसे-आमाराईट, चर्चा पत्र, गणवेश एवं निःशुल्क पाठ्यपुस्तक का पोर्टल पर एण्ट्री, प्राचार्य, प्रधानाध्यापक के द्वारा गुणवत्ता संवर्धन, नये सीएसी का खाता खोलना, निर्माण कार्य, स्टूडेंट एण्ट्री पूर्ण करना, यू-डाईस डाटा, सीडब्लूएसएन बच्चों की एण्ट्री, मिशन मोड में कार्य करने अर्थात त्वरित कार्य करने की प्रणाली विकसित करना आदि पर विस्तार से चर्चा किया गया।
विनोद साहू ब्यूरो चीफ लाइव भारत 36 न्यूज़ कांकेर