स्कूली शिक्षा के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर विद्यार्थी आत्मनिर्भर बनने में सक्षम होंगे: विधायक श्री विनोद चंद्राकर
महासमुन्द 14 अक्टूबर 2021/ राज्य शासन के मंशानुरूप कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग द्वारा हायर सेकेण्डरी विद्यालय को आईटीआई से संबध्द कर रोजगारोन्मुखी व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम में जोड़ने के लिए शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र के माध्यम से जिला मुख्यालय स्थित शासकीय डीएमएस स्कूल के कक्षा 11 वीं के 44 विद्यार्थियों को वेल्डर और मैकेनिकल डीजल ट्रेड में डिप्लोमा कोर्स के लिए चयनित किया गया है। इन विद्यार्थियों के लिए वेल्डर और मैकेनिकल डीजल के प्रायोगिक कक्ष में व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम का संचालन किया जाएगा। इस अवसर पर महासमुन्द विधायक श्री विनोद चन्द्राकर, जिला शिक्षा अधिकारी श्री हिमांशु भारतीय, आईटीआई के प्राचार्य श्री जी. एस. साहू, कौशल विकास विभाग के सहायक संचालक श्री अशोक साहू, डीएमएस स्कूल के प्राचार्या श्रीमती आरती झा ने व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम के लिए विधिवत् शुभारंभ किया।
इस दौरान महासमुन्द विधायक श्री विनोद चन्द्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार हायर सेकेण्डरी विद्यालय के विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के अध्ययन के साथ-साथ रोजगारोन्मुखी व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम संचालन करने की जो योजना तैयार की गई है। इसका दूरगामी परिणाम हमारे युवाओं के लिए बेहतर और सार्थक होगा। इससे स्कूली शिक्षा के साथ व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर विद्यार्थी आत्मनिर्भर बनने में सक्षम होंगे। जीविकोपार्जन के लिए आर्थिक स्थिति मजबूत करने में हमारे विद्यार्थी सक्षम बन सके इस उद्देश्य से इस रोजगारोन्मुखी व्यावसायिक शिक्षा योजना का क्रियान्वयन किया गया है। उन्होंने इस योजना से जुड़े सभी विद्यार्थियों, प्रशिक्षण अधिकारियों सहित क्रियान्वयन विभाग को बधाई दी।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री हिमांशु भारतीय ने कहा कि इस योजना का क्रियान्वयन स्कूल शिक्षा विभाग, आईटीआई एवं कौशल विकास विभाग के संयुक्त समन्वयक से हो रहा है। इसके तहत हायर सेकेण्डरी विद्यालय को आईटीआई से संबद्ध कर कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों को वेल्डर और मैकेनिक डीजल ट्रेड में अध्यापन कराया जाएगा। विद्यार्थी तीन दिवस अपने विद्यालय में एवं तीन दिवस आईटीआई में संबंधित ट्रेड का अध्ययन करेंगे। स्कूली शिक्षा सहित व्यावसायिक शिक्षा में डिप्लोमा सर्टिफिकेट की मान्यता नियमित रूप से आईटीआई में अध्ययनरत विद्यार्थियों के समान होगी।
लोचन चौधरी की रिपोर्ट…