महासमुंद

प्रदेश में मनरेगा के तहत् श्रमिकों को सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध कराने मंे महासमुन्द जिला दूसरें स्थान पर

जिले के 551 ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी नरेगा से एक लाख 35 हजार जाॅबकार्डधारी श्रमिकों को मिला रोजगार


महासमुन्द 18 फरवरी 2021/ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत महासमुन्द जिले में कोरोना काल के पश्चात् जाॅबकार्डधारी श्रमिकों को ग्राम पंचायतों के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य कराए जा रहे हैं। कोरोना काल में जिले की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महात्मा गांधी नरेगा में चल रहे श्रमिक मूलक कार्यो जैसे- नया तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, निजी डबरी निर्माण कार्य, भूमि सुधार, कुंआ निर्माण, मेढ़ बंधान, परकोलेशन टैंक, अर्दन बंड, बोल्डर चेक डेम, गेवियन, कंटुर ब्रश बुड चेक डेम, कम्पोस्ट पिट, रिचार्ज पिट जैसे बहुत से सामुदायिक व निजी कार्यो से ग्रामीणों के लिए जीवीकोपार्जन का मुख्य साधन बना है। महासमुन्द जिले में आज की स्थिति में कुल एक लाख 37 हजार 356 मजदूर कार्य कर रहे हैं, जो कि राज्य में द्वितीय स्थान पर है। जिले में कुल एक लाख 80 हजार जाॅबकार्डधारियों में से एक लाख 27 हजार परिवारों को कार्य उपलब्ध कराया गया है।  
महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत विशेष कर श्रमिकमूलक कार्यो में महिलाओं, दिव्यांगजनों एवं वन पट्टाधारी परिवारों, जाॅबकार्डधारियों को अधिकाधिक रोजगार के अवसर प्रदाय किए जा रहे हैं। इसी प्रकार लोगों को 100 दिवस रोजगार प्रदाय करते हुए 40 हजार से अधिक परिवारों को रोजगार प्रदाय करने का प्रयास जारी है। इसी तारतम्य में जल संरक्षण, संवर्धन, वृक्षारोपण एवं स्व-सहायता समूह हेतु अधिक कार्य कराए जाने की कार्ययोजना पर क्रियान्वयन किया जा रहा है। वन विभाग एवं उद्यानिकी द्वारा नर्सरी का कार्य योजना तैयार कर कार्य भी कराया जा रहा है।

लोचन चौधरी की रिपोर्ट

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