रहा है रेत उत्खनन। ग्रामीणों के मना करने के बाद भी जोर जबरदस्ती कर किया जा रहा है हरचौका में रेत उत्खनन। देखिए पूरी खबर.…..
जहां ग्रामीणों द्वारा पत्र के माध्यम से बताया गया कि हमारे गांव राम वन गमन मार्ग हरचौका सीतामढ़ी में खदान टेंडर पास हुआ था जिसमें हमारे दंडाधिकारी एवं आर आई, पटवारी द्वारा 5 हेक्टर भूमि का नाप कर दिया गया था। जिसमें ठेकेदार ने उस 5 हेक्टेयर भूमि से अधिक खुदाई करवा दिया है। इसलिए हम हरचौका के ग्रामवासी का जीवन खतरे में आते जा रहा है हमारे क्षेत्र का वाटर लेवल नीचे चला गया है जिसे हमारे एवं हमारे बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है और सरकार को हमारी कोई फिक्र नहीं दिख रही है हर साल रेता टेंडर पास कर दिया जा रहा है।सबको अपनी जेब भरने की पड़ी हुई है और हम लोगों का जीवन अंधकार में जा रहा है और जब से रेत खदान चालू हुआ है। तब से हमारे घर के कुआं मैं पानी पूरी तरह से सूख गया है और हैंडपंप में जो पानी निकलता है उसका रंग लाल एवं पीला रंग का दिखाई देता है और हम सब हर चौका के ग्रामवासी अब साफ पानी पीने को तरस रहे हैं।
सभी ग्राम वासियों के भविष्य को देखते हुए अब रिशु कॉल आ रहा है हम लोग एक एक बूंद पानी के लिए तरस जाएंगे इस समस्या को देखते हुए रेत तुरंत उत्खनन को बंद किया जाए, जिससे हम ग्रामीण साफ पानी पीने के लिए मोहताज ना रहे।
हरचौका सीतामढ़ी के ग्रामीणों ने बताया कि यदि रेत उत्खनन बंद नहीं किया जाता है तो हमारे द्वारा उग्र आंदोलन और चक्का जाम किया जाएगा। जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने आम जनता से अनुरोध किया है कि हमारे चक्का जाम को सफल बनाएं और रेत उत्खनन को सीतामढ़ी हरचौका से बंद किया जाए।
अनिल पांडेय