जिले में एक और औद्योगिक हादसा,सुरक्षा में लापरवाही से गई मजदूर की जान।
रायगढ़,प्रदेश के औद्योगिक जिले रायगढ में हादसों का क्रम जारी है। यहां बीते एक महीने के अंदर यह तीसरी ऐसी दुर्घटना है जहां सुरक्षा को लेकर उद्योग प्रबन्धन की गम्भीर लापरवाहियां सामने आई। जिसकी वजह से इन तीनो हादसों ने एक-एक ठेका मजदूर की दर्दनाक मौत हुई। इन तीनो हादसों सैकड़ों ऐसी दुर्घटनायें हुई जिनमें सैकड़ों मजदूरों की मौतें भी हुई। परन्तु इसे विडम्बना ही कह लीजिए कि तमाम हादसों के बाद भी स्थानीय उद्योग और जिला प्रशासन ने कभी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गम्भीरता नही दिखाई। परिणाम स्वरूप स्थानिय उद्योग महीने दर महीने जिंदा मजदूरों की बलि लेने लगे।आज दोपहर करीब 12 बजे घटी दुर्घटना मां चंद्रहासिनी इस्पात प्रा.लि.गेरवानी में एक 31 वर्षीय युवा ठेका मजदूर की जान चली गई। यहां भी हादसे के बाद मजदूरों की सुरक्षा को लेकर उद्योग प्रबन्धन की गम्भीर लापरवाही सामने आई। प्रबन्धन अपने प्लांट में कार्यरत मजदूरों को कोई सुरक्षा कीट नही देता है,न ही यहां कोई आपातकालीन चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की गई है। मृतक के परिवार वालों ने बताया कि मृतक के शरीर पर भारी लोहा गिर जाने से हुई मौत हुई है। घटना स्थल पर सहायता न मिलने पर घायल अवस्था में 15 से 20 मिनट तक तड़पता रहा,फिर अत्यधिक खून बह जाने के कारण उसकी घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। हद तो तब हो गई जब गैर जिम्मेदार प्रबन्धन मृतक को प्रबन्धन के लोग मर्त मजदूर का शव kgh अस्पताल के मरचुरी में लाने के बाद नदारत हो गए।
इधर उद्योग में ठेका मजदूरी पर काम करने वाली मृतक को 24 वर्षीया पत्नी पिंकी चौहान और मृतक के बड़े भाई घटना के सम्बंध में मीडिया को जानकारी दी और बताया प्रबन्धन वहां काम करने वाले किसी भी मजदूर को आवश्यक सेफ्टी किट(जैकेट,हेलमेट और जूते)नही देता है। हादसे के एक सवा घण्टे बाद मृतक के शव के सांथ उन्हें भूखे-प्यासे छोड़कर उद्योग प्रबन्धन के लोग निकल गए। जिसके बाद शाम 6 बजे प्रशासन की पहल पर मृतक का पोस्टमार्टम हो पाया। वहीं हादसे को लेकर औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग ने जानकारी दी कि
औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग ने मां चंद्रहासिनी इस्पात प्रा.लि. गेरवानी सराईपाली प्रबन्धन के विरुद्ध श्रमिक सुरक्षा में लापरवाही स्वीकारते हुए प्रारम्भिक जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है। रिपोर्ट को लेकर राहुल पटेल ने बताया मृतक मजदूर का नाम सेतराम चौहान उम्र 31 वर्ष है और वह बोरीदा सारँगढ़ का रहने वाला था । जांच रिपोर्ट में हादसे का कारण मजदूर पर ढेड़ टन वजनी लोहे की पटरी का गिरना बताया गया है। विभाग ने प्रबन्धन के विरुद्ध भवन निर्माण एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार अधिनियम के तहत नियम 54,42(7),51(d) में प्रकरण दर्ज करते हुए,मामले में नोटिस देकर पीड़ित श्रमिक परिवार को एक माह के भीतर उचित मुआवजा देने को कहा है। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग एक माह के भीतर जांच पूर्ण कर लेबर कोर्ट में प्रकरण प्रस्तुत करेगा। इधर परिजनों ने रायगढ़ sp को लिखित आवेदन देकर उनसे कम्पनी प्रबन्धन के खिलाफ जानबूझकर जानलेवा लापरवाही बरतने और गैर-इरादतन हत्या के तहत अपराध दर्ज करने की मांग की है।
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