पोड़ी उपरोड़ा : प्राथमिक शाला में कॉपी-किताब छोड़, झाड़ू लगा रही बच्ची, देखें तस्वीरें
लाइव भारत 36न्यूज़ से पोड़ी उपरोड़ा से यशपाल सिंह की रिपोर्ट
जिला कोरबा विकासखण्ड पोड़ी उपरोड़ा के प्राथमिक शाला सलिहाभाठा (संकुल सलिहाभाठा) में बच्चों को पढ़ने के लिए झाड़ू लगानी पढ़ती है। उसके बाद ही पढ़ाई शुरू होती है। स्कूल के दरवाजे खुलते ही शिक्षक बच्चों को झाड़ू थमा देते हैं।
भले ही सरकारी स्कूलों में बच्चों से काम कराने पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी हो। उसके बाद भी प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बच्चे से झाड़ू लगवाने से बाज नहीं आ रहे हैं। बुधवार को जब हमारे संवाददाता ने पड़ताल की तो शासकीय प्राथमिक शाला सलिहाभाठा में छात्रा झाड़ू लगा रही थी। इस दौरान झाड़ू लगाती बच्ची का कहना था कि कूड़ा पड़ा हुआ था इसलिए झाड़ू लगाई मुझसे कहा किसी ने नहीं था।
प्राथमिक शाला सलिहाभाठा एवं माध्यमिक शाला सलिहाभाठा में समय से स्कूल खुल तो गयी थी लेकिन दोनों जगह के शिक्षक समय पर मौजूद नहीं थे। बच्चे खेलते हुए भी नजर आये। मुख्य मार्ग पर स्कूल होने से बड़ी दुर्घटना होने की स्थिति बनी रहती है।
निरीक्षण तंत्र फेल :-
समय-समय पर जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा निरीक्षण नहीं करना मुख्य कारण है जिसके वजह से शिक्षक मनमानी करते हैं। विद्यालयों का संचालन ठीक से नहीं होना पूरे निरीक्षण तंत्र पर सवाल खड़ा कर रहा है।
शिक्षकों के बहाने :-
• मोटरसाइकिल खराब हो गई थी थी
• थोड़ा लेट सबेर तो होता है
• कागजात लाने में लेट हो गया
• दूर से आते है, विलंब हो गया
ऐसे ही कई समस्या बताने लगते हैं।
अब देखना तो यह है कि इस समाचार प्रकाशन के बाद वरिष्ठ अधिकारी इस पर क्या संज्ञान लेते हैं।
यशपाल सिंह की रिपोर्ट