सरग बुंदिया यार्ड में हो रहे कोयला चोरी को रोकने आर पी एफ के महा निदेशक संजय चन्दर को लिखा गया पत्र
प्रदीप महतो विगत 4फरवरी को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कुमार के सरग बुंदिया प्रवास पर स्थानीय संगठनों एवं पत्रकारों ने5 सूत्रीय मांगों के संबंध में उनसे चर्चा की लेकिन उसका कोई फल प्रद परिणाम नहीं आया आलोक कुमार ने सभी मांगों को नकारते हुए यह कहा कि रेलवे के द्वारा दी गई सुविधा काफी है इससे अधिक कुछ नहीं किया जा सकता यहां तक कि महाप्रबंधक ने रेलवे यार्ड में हो रहे कोयला चोरी का ठीकरा आर पी एफ पर फोड़ दिया।
आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि यहां के यार्ड में जो कुछ किया जा रहा है आर पी एफ की उपस्थिति में किया जा रहा है क्योंकि रेलवे सम्पत्ति की रक्षा का दायित्व रेलवे सुरक्षा बल की है लेकिन पता नहीं क्यों उस दायित्व को नहीं निभाया जा रहा है इसका सीधा सा अर्थ है कि ठेकेदार अमित कुमार अग्रवाल की पहुंच काफी ऊपर तक है यही कारण है कि रेलवे के महाप्रबंधक का ठेकेदार को पूरा संरक्षण प्राप्त है इसके साथ ही पुलिस के द्वारा भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है जबकि प्रत्येक रात को3 से5 भारी वाहनों में भर कर कोयला खुले बाजार में बेचा जाता है उल्लेखनीय बात यह भी है कि भारी वाहन केवल रात में चलते हैं और उस मार्ग पर चलते हैं जो भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित हैं वैसे तो पुलिस अन्य वाहनों को रोक कर मुस्तैदी के साथ कार्यवाही करने में कोई गुरेज नहीं करती लेकिन सरग बुंदिया
यार्ड से कोयला वाहन रोज गुजरते हैं लेकिन इसे पुलिस क्यों नहीं देख पाती यह एक यक्ष प्रश्न है इन्हीं सब कारणों को देख कर आधार स्तंभ के प्रधान संपादक ने रेलवे के सुरक्षा आयुक्त तथा आर पी एफ के महानिदेशक को पत्र लिखा है जिसमें इस स्टेशन में हो रहे कोयला के खेल का विस्तृत जानकारी है।
संवादाता बोधन चौहान लाइव भारत 36 न्यूज़ चैनल कोरबा करतला