जल्द मिलेगा शिवनाथ नदी का मीठा पानी
राजनांदगाँव/थानखम्हरिया:-
नगर पंचायत थानखम्हरिया क्षेत्र के सभी 15 वार्डों के नागरिकों को अब प्रदूषित व फास्फोरस युक्त पानी पीने मजबूर होना नहीं पड़ेगा साथ ही लगभग एक हजार टीडीएस से अधिक पानी पीने से नगर में बढ़ रहे उदर रोग मरीजों को परेशानियों से निजात मिलेगी।
शिवनाथ नदी का शुद्घ एवं मीठा पेयजल उपलब्ध कराने राज्य शासन ने स्थानीय नगर पंचायत को पहली किश्त 1.5 करोड़ रुपये की राशि जारी की है जिसको पंचायत ने पीएचई विभाग को ट्रांसफर भी कर दिया है। नगर में खारे पानी की समस्या दूर करने राज्य शासन ने शिवनाथ नदी से शुद्घ जल उपलब्ध कराने लगभग 3.25 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की थी परंतु कागजी कार्रवाई व विभिन्न विभागों की स्वीकृति लेते पीएचई विभाग को करीब 5 वर्ष लग गये। अब लागत बढ़कर करीब 6 करोड़ रुपये से भी अधिक हो गया है और कागजी कार्रवाई में मामला अटका पड़ा रहा। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे से जनप्रतिनिधि कार्य प्रारंभ करने लगातार मांग करते रहे नतीजन अब इसका लाभ मिलता दिख रहा है। जनप्रतिनिधियों की राजनीतिक अदूरदर्शिता के चलते थानखम्हरिया सहित तहसील क्षेत्र के अधिकांश ग्राम पंचायतों का बुरा हाल है। पानी टंकी बन गयी तथा पाइपलाइन का विस्तारीकरण भी हो गया ठेकेदार को भुगतान भी हो गया परंतु ग्रामीणों को बूंदभर पानी नसीब नहीं हो रहा है। शासन की महती योजनाओं नल जल योजना व जल आवर्धन योजना का पीएचई विभाग के आला अधिकारियों की कमजोरी के चलते आमजन को लाभ नहीं मिल पा रहा है।
नगर में तीन बार बिछ चुकी पाइपलाइन
सन् 1984 में थानखम्हरिया को नगरपालिका परिषद का दर्जा मिला और पेयजल समस्या दूर करने सभी 15 वार्डों में पाइपलाइन का विस्तारीकरण कर सम्पवेल से नागरिकों को जलपूर्ति किया जाता रहा। फिर करोड़ों रुपये की लागत से नल जल योजनांतर्गत पानी टंकी निर्माण व पुनः दूसरी बार पाइपलाइन का विस्तार किया गया इस योजना से लोगों को बूंद भर पानी नहीं मिला जिससे इस योजना से करोड़ों रुपये का चूना लग गया। तीसरी बार जल आवर्धन योजना अंतर्गत पुनः एक पानी टंकी निर्माण कर पूरे नगर के कोने कोने तक पाइप लाइन विस्तार हुआ जिसका तत्कालीन मुख्यमंत्री डा रमन सिंह के हाथों लोकार्पण हुआ फिर भी इसका लाभ नागरिकों को नहीं मिला। आज तक उक्त पाइप लाइन से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। टंकी का उपयोग भी सफेद हाथी साबित हो रहा है।
गरीब परिवारों को मिलेगा नल कनेक्शन
शासन की करोड़ों रुपये की अनेक योजनाओं के फ्लाप होने के बाद नगर पंचायत भी जलापूर्ति के कम दबाव की वजह से राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजना भागीरथी योजना अंतर्गत घर घर नल कनेक्शन दिये जाने का काम अटका पड़ा है। अभी तक किसी भी वार्ड के एक भी घर में इस योजना के तहत् कनेक्शन नहीं दिया गया है। अब शिवनाथ नदी से पानी सप्लाई होने के साथ ही गरीब परिवारों को उक्त योजना का भी लाभ मिलना शुरुपये हो जायेगा।
पुरानी पाइप लाइन के भरोसे चल रही जलापूर्ति
नगर पंचायत के सभी 15 वार्डों में 35 साल पुरानी बिछायी गयी जीआई पाइप लाइन से ही काम चलाना पड़ रहा है वहीं पुरानी व लीकेज पानी टंकी से जनसंख्या के आधार पर जलापूर्ति करना संभव नहीं हो रहा है यही कारण है कि नगर के अनेक वार्ड में जलापूर्ति ठप्प है। इसी पाईप लाइन पर घरेलू कनेक्शन भी दिया गया है जिसमें आधे से ज्यादा कनेक्शन बंद पड़े हैं। नगर पंचायत क्षेत्र के समूचे 15 वार्डों में करोड़ों की लागत से तीसरी बार पाइपलाइन का विस्तार तो हो गया पर उपयोग नहीं हो रहा है अब उसी पाईप लाइन से शिवनाथ नदी के पानी की सप्लाई दी जायेगी।
लाइव भारत 36 न्यूज़
ब्युरो चीफ़,जिला राजनांदगाँव
विकास जैन मित्तल