कांकेर

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जिले में जल संरक्षण व संवर्धन हेतु नरवा का ट्रीटमेंट किया जाएगा- सीईओ

सात ग्राम पंचायत सचिवों के वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश


जिला पंचायत सीईओ डाॅ. संजय कन्नौजे द्वारा विकासखण्ड चारामा, नरहरपुर, कांकेर के जनपद सीईओ, कार्यक्रम अधिकारी, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के कार्यपालन अभियंता एवं अनुविभागीय अधिकारी और तकनीकि सहायक की बैठक लेकर तीनों विकासखण्डों के अन्तर्गत आने वाले नरवों के ट्रीटमेंट, स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत कचरा प्रबंधन शेड का निर्माण, उचित मूल्य भवन निर्माण, गौठानों में वर्मी टांका निर्माण तथा मनरेगा के कार्याें की विस्तृत समीक्षा किया। समीक्षा के दौरान बताया गया कि तीनों विकासखण्डों के अतर्गत आने वाले नरवों कोे तीन कलस्टर में विभाजित किया गया है, जिसे तीन वर्षों में ट्रीटमेंट किया जायेगा। तीनों विकासखण्डों में ट्रीटमेंट के प्रथम क्रम में चयनित प्रथम कलस्टर जिसमें लगभग 15 से 18 ग्राम पंचायत सम्मिलित हंै, के अन्तर्गत वन क्षेत्र एवं राजस्व क्षेत्रों से बहने वाली पानी जो खेतों से होकर बह जाती है, ऐसे छोटे-छोटे नालों का प्रथम स्ट्रिम से चैथा स्ट्रिम तक एरिया ट्रीटमेंट व नाला ट्रीटमेंट का कार्य किया जाएगा। एरिया ट्रीटमेंट के अन्तर्गत नरवा के कैचमेंट एरिया में समतलीकरण, पौधा रोपण, डबरी निर्माण आदि का कार्य किये जायेंगे और नाला ट्रीटमेंट अन्तर्गत कंटुर ट्रेंच, लुज बोल्डर, गेंवीयन स्ट्रक्चर जैसे जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यांे को मनरेगा के अंतर्गत क्रियान्वित किया जाएगा। नरवा ट्रीटमेंट से क्षेत्र में भूमि का संरक्षण, भूमि में कार्बन की मात्रा में बढ़ोत्तरी, भूमि के जल धारण की मात्रा में वृद्धि होगी, जिससेे नमी बनी रहेगी और उससे किसानों को लाभ मिलेगा।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे ने बताया कि चयनित कलस्टर के सभी नरवों का फिल्ट निरीक्षण कर तकनिकी सहायक, रोजगार सहायक, सरंपच, एसडीओ एवं लाईन डिपार्टमेंट के अधिकारी द्वारा नरवों का वर्तमान परिस्थिति में आंकड़ों का संकलन कर ट्रीटमेंट किया जायेगा, तदुपरांत ट्रीटमेंट से होने वाले बदलाव को परिणाम के रूप में आकलन कर नरवा उपचार से लोगों को लाभान्वित किया जाएगा। उक्त कार्यों को क्रियान्वित करने के लिए नरवों के डीपीआर मार्च माह तक पूर्ण करने हेतु ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता एवं अनुविभागीय अधिकारी को निर्देशित किया गया है।
सीईओ डाॅ. संजय कन्नौजे ने स्वच्छ भारत मिशन अन्तर्गत जिले में मनरेगा एवं एसबीएम के अभिसरण से बनाये जा रहे 96 कचरा प्रबंधन शेड निर्माण में प्रगति की भी समीक्षा किया तथा चारामा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत मरकाटोला, बड़ेगौरी, पण्डरीपानी, लिलेझर, चावड़ी और कांकेर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सरंगपाल एवं पोटगांव के सचिवों का एक वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकन के निर्देश दिये। पीडीएस भवन निर्माण की समीक्षा में नरहरपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत चोरिया में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सरपंच एव सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार गौठान निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत करप व जुनवानी के सचिवों का एक-एक वेतन वृद्धि रोकने तथा ग्राम पंचायत सुरही के गौठान में वर्मी टांका का निर्माण नहीं किये जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये।
मनरेगा योजना में नियोजित मजदूरों के संख्या की समीक्षा
भी की गई तथा सभी ग्राम पंचायतों में अधिक से अधिक मजदूरी मूलक कार्यों की स्वीकृति दिया गया और सभी जनपद सीईओ को निर्देश दिया गया कि इन कार्याें में अधिक से अधिक मजदूरों को नियोजित किया जावे। विकलांग, एसटी एवं एससी परिवारों और महिलाओं को विशेष फोकस करते हुए मनरेगा में अधिक से अधिक कार्य प्रदान करने निर्देशित किया गया। ऐसे ग्राम पंचायत जहां मनरेगा के कार्यों में मजदूरों की संख्या कम है, उन ग्राम पंचायतों में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कार्यक्रम अधिकारी को बैठक लेकर मनरेगा में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए निर्देशित किया गया।

लाइव भारत36 न्यूज़ से विनोद साहू

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