महासमुंद

किसानों को सिंचाई के लिए सूर्य देवता के आशीर्वाद से मिलती है मुफ्त बिजली


महासमुन्द जिले में दो साल में 1350 से ज्यादा किसानों को मिला सोलर पम्प

महासमुन्द 29 दिसम्बर 2020/ महासमुन्द जिले में सौर सुजला योजना में दो वर्ष मंे (जनवरी 2019 से दिसम्बर 2020) तक 1356 किसानों के खेतों में कृषि सिंचाई हेतु सोलर पम्प स्थापित किया गया। जिन किसानों के खेतों में परम्परागत् बिजली नहीं पहुंची या जिसके पास कृषि भूमि उपलब्ध होते हुए भी सिंचाई व्यवस्था नहीं थी या कृषक के खेत तक विद्युत विस्तार लाईन का व्यय अत्यधिक होने के कारण वह वहन करने की स्थिति में नहीं था। ऐसे किसानों के खेतों में राज्य सरकार द्वारा सोलर पम्प स्थापित किए हैं। इन सिंचाई पम्पों के लिए किसानों को बिजली का कोई बिल नहीं लगेगा। यह पम्प सूरज की रोशनी से चलते हैं। यानि कि किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए सूर्य देवता के आशीर्वाद से मुफ्त बिजली मिलती है।
महासमुन्द जिले के पिथौरा के ग्राम बगारपाली के किसान श्री मोहर सिंह का कहना है कि उनके यहां पहले खेतों के लिए सिंचाई की सुविधा नहीं होने के कारण खेतों से सालाना आय मात्र 23 हजार से 26 हजार ही हो पाती थी। किन्तु जबसे सोलर पम्प लगा है, वे अपने खेत में धान फसल के बाद मौसमी सब्जी-भाजी आलू, टमाटर, बरबट्टी इत्यादि उगाकर अब उनकी आमदनी में पाॅच गुणा से अधिक वृद्धि हुई है। अब उसकी वार्षिक आमदनी 1.50 से 1.75 लाख रूपए हो जाती है। इसी प्रकार किसान सर्वश्री मोतीराम ठाकुर, नेमसिंग ठाकुर, हेम सिंग ठाकुर एवं श्री सालिक राम इत्यादि 16 कृषकों के यहां सोलर पम्प का स्थापना कार्य किया गया है। उनकी आमदनी में भी काफी ईजाफा हुआ है। वह भी पारम्परिक खेती के साथ सब्जी-भाजी उगा रहें हैं।
इसी प्रकार वहीं विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम टूरीझर के किसान भी नाला किनारें डीजल पम्प लगाकर अपने एक से 1.5 एकड़ खेत में केवल धान फसल ले रहें थे, लेकिन 3 एचपी सोलर पम्प लगने के बाद अब वो बारह महीने सब्जी की खेती कर उनकी वार्षिक आय में बढ़ौतरी हुई है।
महासमुन्द जिले में दो साल में 1356 किसानों को सौर सुजला योजना से जोड़ा गया है। योजनांतर्गत हितग्राहियों का चयन कृषि विभाग द्वारा किया जाता है। बाजार में 5 हाॅर्स पावर के जिस सौर ऊर्जा पम्प (सोलर पम्प) की कीमत लगभग 4.50 लाख से अधिक है वह इस योजना में अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों के लिए सिर्फ 14800 रूपए में, पिछड़ा वर्ग के किसानों को मात्र 19800 हजार रूपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 24800 हजार रूपए मंे दी जा रही है। इसी कड़ी में 3 हाॅर्स पाॅवर के सौर सिंचाई पम्प जिनकी कीमत बाजार में लगभग 3.50 लाख होती है वह सौर सुजला योजना के तहत् अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के किसानों को केवल 10 हजार रूपए में, अन्य पिछड़ा वर्ग के किसानों को मात्र 15 हजार रूपए में और सामान्य वर्ग के किसानों को केवल 21 हजार रूपए मंे दिए जाने का प्रावधान किया गया है।

लोचन चौधरी की रिपोर्ट

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