छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में व्याप्त रुढ़िवादिता, अंधविश्वास तथा कुरीतियों को दूर और सामाजिक चेतना का स्वर- घर-घर पहुंचाने के लिए पं. सुंदरलाल शर्मा जी के प्रयास और संघर्ष अविस्मरणीय हैं। आज उनकी जयंती पर शत-शत नमन।
अपना जीवन श्रमिकों के कल्याण के लिए समर्पित करने वाले ”श्रमिक आन्दोलन” के प्रणेता ठाकुर प्यारेलाल जी की जयंती पर कोटि कोटि नमन।