जशपुर के दुलदुला ब्लॉक में 2 सरकारी शिक्षकों के साथ ग्रामीणों ने जमकर मारपीट कर दी जबकि एक शिक्षक ग्रामीणों के बीच से भागने में कामयाब हो गया । अब पढिये पूरी मामला क्या होता हैआगे ?
घटना का कारण बड़ा अजीब है। बताया जा रहा है कि दुलदुला ब्लॉक के गोडाअम्बा गाँव मे 2 दिन पहले राम कथा वाचने साधुओं की एक टीम आयी थी जिन्हें सरपँच ने यह बोलकर विदा कर दिया कि आदिवासी हिन्दू नही होता आदिवासी का अलग धर्म होता है। साधूओ को ऐसा बोलकर विदा किया जाना ग्रामीणों के उपर नागवार गुजरा और ग्रामीण सरपँच के खिलाफ आक्रोश जताने लगे ।
इसी मुद्दे पर आज गोंडा अम्बा ग्राम पंचायत में ग्रामीणों की एक बैठक बुलाई गई और पेशी में सरपंच को भी बुलाया गया ।ग्रामीणों के जमा होने के बाद थोड़ी देर में सरपँच भी आया लेकिन सरपँच के साथ मे 3 सरकारी शिक्षक भी थे जो संविधान में दर्ज तथ्यों को ग्रामीणों के सामने रखकर यह साबित कर रहे थे कि आदिवासी हिन्दू नही होते ।शिक्षकों के इस ज्ञान को ग्रामीण बर्दाश्त नही कर पाए और शिक्षकों पर भीड़ पड़े ।दो शिक्षक नरेंद्र कुमार और गणेश साय ग्रामीणों के शिकार हो गए जबकि एक शिक्षक परमानंद ग्रामीणों के चंगुल से भाग निकला ।
ग्रामीणों का गुस्सा सरपँच पर भी निकला लेकिन सरपँच होने के नाते ग्रामीणों ने सरपँच के साथ मारपीट नही की लेकिन ग्रामीण अब सरपँच से इस्तीफा की मांग कर रहे हैं।
इधर इस मामले में जब हमारी बात सरपँच जयशंकर राम ने बताया कि ग्रामीण उन पर झूठा आरोप लगा रहे है ।उन्होंने बताया कि रामकथा कहने आये साधुओं से केवल उन्होंने यह पूछा था कि इससे पहले राम कथा कहाँ किये हो जिसका जवाब साधु नही दे पाए थे और वापस चले गए थे इसी बात को लेकर ग्रामीण जन आज बैठक किये थे और राम कथा वाले साधुओं से हमारी बात चीत का अलग मायने निकालकर लड़ने झगड़ने लगे ।शिक्षकों के साथ मे भी मार पीट करने लगे ।सरपँच ने बताया कि वह थाने में इस मामले की शिकायत नही करेगा ,गाँव का मामला है गाँव के अंदर ही सुलझाया जाएगा ।
इस मामले में खाश बात ये है कि जिन शिक्षकों और सरपँच पर हिंदुओ को गुमराह करने के आरोप लगाए जा रहे है।
लाइव भारत 36 न्यूज़ जशपुर से जिला अस्सिस्टेंट ब्यूरो धनी राम यादव