महासमुंद

जुनवानी कला के किसान अनुप कुमार एवं कामता प्रसाद सेन धान बिक्री राशि से
खेत में करायेंगे टूयूब वेल 


धान उपार्जन केन्द्र घुंचापाली कला में खुलने से किसानों के चेहरे में मुस्कान

महासमुंद 10 दिसम्बर 2020/ राज्य सरकार द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 की धान खरीदी का कार्य सहकारी समितियों के माध्यम से किया जा रहा है। किसानों के सहुलियत को देखते हुए राज्य शासन ने जिले में खरीफ विपणन 2020-21 में 10 नवीन उपार्जन केन्द्र शुरू किए हैं। इस प्रकार जिले में अब कुल 130 धान उपार्जन केन्द्र हो चुके हैं। इन सभी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की शुरूआत हो चुकी है। जहां पंजीकृत कृषक उत्साहपूर्वक धान विक्रय के लिए पहुंच रहे हैं। बागबाहरा विकासखण्ड के नवीन उपार्जन केन्द्र घंुचापाली कला में पहुंचे किसानों ने चर्चा के दौरान बताया कि धान उपार्जन केन्द्र घंुचापाली कला में खुलने से घुंचापाली, नवागांव, पड़कीपाली एवं जुनवानी के किसानों को खुशी हुई हैं।
जुनवानी कला के किसान श्री अनुप कुमार सेन एवं श्री कामता प्रसाद सेन ने बताया कि राज्य शासन के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने से हजारों किसानांे को इसका सीधा लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य से प्राप्त राशि से वे खेती-किसानीं को और अधिक मजबूत करने, घर बनानें, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई करानें, पुत्री की शादी का कर्ज छूटनें एवं खेत में टूयूब वेल उत्खनन करानें में लगाएंगे। इसी प्रकार श्री कुंज लाल चन्द्रकार एवं श्री संतराम ने बताया कि पिछले वर्ष से समर्थन मूल्य पर फसल की सही कीमत प्राप्त होने से वे खेती किसानी में अधिक ध्यान दे रहें हैं और अपने घरों का निर्माण कार्य कर रहें हैं। किसानों ने कहा कि राज्य शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजना के साथ-साथ किसानों के लिए लागू की गई समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य काफी सराहनीय हैं। इसके लिए उन्होंने राज्य शासन के प्रति आभार व्यक्त किया है।
धान बेचनें पहुंचे ग्राम जुनवानी के सरपंच श्री राधेलाल साहू सहित अन्य किसानों ने बताया कि राज्य शासन के सुव्यवस्थित प्रणाली से एवं जिले में 10 नवीन धान उपार्जन केन्द्र खुलने से वहां के आस-पास के हजारों किसानों को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में यहां धान उपार्जन केन्द्र नहीं होने पर आस-पास के किसानों को धान उपार्जन केन्द्र खोपली राष्ट्रीय राजमार्ग-353 बागबाहरा से पार कर जाना पड़ता था, जो यहां से 15 किलोमीटर दूर था। जिससे किसानों को बहुत समय लगता था। इसके अलावा धान ले जाने के लिए गाड़ी भाड़ा का किराया अधिक लगता था। धान उपार्जन केन्द्र घंुचापाली कला में खुलने से किसानों के समय एवं किराए की बचत हुई है। धान उपार्जन केन्द्र के प्रभारी ने बताया कि घंुचापाली कला धान उपार्जन केन्द्र में 614 किसानों ने पंजीयन कराया है। अब तक यहां 149 किसानों द्वारा धान बिक्री किया जा चुका हैं। आज गुरूवार को जुनवानी कला के 14 किसानों ने लगभग 613 क्विंटल धान बिक्री किए हैं।

लोचन चौधरी की रिपोर्ट

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