महासमुंद

उडेला सहकारी समिति से 500 बोरी खाद गायब, निजी दुकानों पर लूट

महासमुन्द्/सरायपाली, महासमुन्द जिले के बसना ब्लॉक अन्तर्गत सेवा सहकारी समिति उडेला का जहाँ समय पर खाद उपलब्ध नही होने से किसान परेशान। स्वतंत्रता प्राप्ति को तो वैसे पूरे 73 वर्ष होने को हैं लेकिन वाकई भारत मे क्या गरीब और मजदूर स्वतंत्र हो पाया है यह काफी विचारणीय बिंदु है। आज जिस प्रकार से किसानों का सतत शोषण जारी है ऐसे में लाजमी प्रश्न है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 में वर्णित समानता के अधिकार की किस तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। भारत के प्रधानमंत्री घोषणा करते हैं की कोरोना लॉक डाउन के दौरान वह गरीबों के नाम पर मुफ्त राशन उपलब्ध कराएंगे पर क्या बिना किसानों के उत्पादन किये और बिना किसानों के खून पसीना बहाए यह सम्भव होगा।जाहिर है आज किसान आर्थिक तंगी और लॉक डाउन की मार झेल रहा है और ऐसे में यदि किसानो को समय पर खाद बीज न मिल पाए तो फिर स्थिति बद से बदतर बन जाती है। खाद निजी दुकानों पर 100 से 200 रुपया प्रति बोरी अधिक देकर किसान खरीदने को मजबूर ।

उडेला सहकारी समिति में कालाबाजारी ने पैदा की खाद किल्लत

किसानों को समिति से दी जाने खाद के वितरण में उडेला समिति ने गड़बड़ी की है।उप पंजियक को शिकायत के बाद जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया है। समिति में शासन द्वारा दी जाने वाली खाद में 500 बोरी शार्टेज मिला है। प्रशासन द्वारा खाद व स्टॉक के मिलान के लिए बनाई गई टीम की जांच रिपोर्ट में यह सच्चाई सामने आयी है। और खरीफ सीजन के खाद को खुले बाजार में बेच डाला है। जिसके बाद जिला सहकारी बैंक ने उडेला समिति के प्रबंधक शिवलाल नायक के नाम पर रिकवरी नोटिस भेजकर अल्टीमेटम जारी किया है और समिति में हुई इस गड़बड़ी के लिए जवाब बनाकर भेजने के लिए भी आदेश दिया है।बताया गया की खरीफ सीजन की खाद और साथ ही उनका परमिट भी गड़बड़ किया गया साथ ही किसानों ने फसल बीमा में करोंडों रुपए गबन का आरोप लगाया है । आजकल ऑनलाइन सिस्टम होने से सब कुछ ऑनलाइन रहता है लेकिन समितियां ऑफलाइन खाद बेंच रही हैं और ऑनलाइन एंट्री न करने से जिले स्तर के अधिकारियों को जानकारी नही मिल पाती की स्थिति क्या है। ऑफलाइन की वजह से अभी भी जिले में समितियों में स्टॉक भंडारण बताने की वजह से उच्चाधिकारी गुमराह हो जाते है जो कि समितियों की गलती की वजह से हो रहा है। इसे लेकर क्षेत्र के किसानों में काफी आक्रोश है। पूरे मामले की शिकायत जिले के कई वरिष्ट अधिकारियों के पास की गई है। अब देखना होगा की कारवाई होती या हमेशा की तरह मामला को ले देकर रफा दफा कर दिया जाता है।

लाइव भारत 36 न्यूज़ से महासमुन्द से लोचन चौधरी की रिपोर्ट

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button