कोरबा

कीर्ति प्रकाश और काजल कौशिक का नया गाना ‘आज मैहा रोये बैरी काली तैहा रोबे ना’ का टीजर प्रदर्शित

कोरबा : निर्माता निर्देशक शंकर जायसवाल के निर्देशन में बनी छत्तीसगढी एल्बम “आज मैहा रोये बैरी काली तैहा रोबे ना” का टीजर प्रदर्शित हो चुका है। इस एल्बम को बनाने के पीछे मेहनत और कठिनाइयों के बारे में बताते हुए शंकर जायसवाल कहते है कि जब मेरे जहन में यह कहानी आई तो मैने कहानी लिखने के बाद इस कहानी के उपर गीत लिखाने का फैसला लिया। रात के 8 बज रहे थे मेरे टीम के गीतकार को मैने फोन करके ये कहानी सुनाई उसके आँखो में आँसू आ गए भावुक सा हो गया। इस प्रकार एक प्रेमी प्रेमिका के दर्द भरे कहानी को गीत में ढालना उनके लिए भी एक चुनौतीपूर्ण था। मै कहानी के संबंध में हिंदी में उनको एक टाइटल दे दिया कि आज मै रोया हूँ कल तू भी रोयेगी इस कहानी को ध्यान में रखते हुए गीत लिखना है। गीत लिखा गया इस कहानी के उपर और मुझे गीत की सारी पंक्तियाँ भेजा गया मै पढा। मुझे गीत की सारी पंक्ति मेरे कहानी से मिलती जुलती और ह्रदय को छूने वाली लगी।

कार्य आगे बढता गया मै जैसे सोचा था इस कहानी को पर्दे पर दिखाना है उसी खयाल में मै लोगों को इस से अवगत करता तो लोग हँसने लगते थे तू पागल हो गया है ऐसा संभव नहीं है क्योंकि मै एक साधारण यूटूब चैनल का संचालक हूँ इतने सारे उपकरण संसाधन उपलब्ध नहीं हो पायेगे इस मंशा की वजह से मै हँसी का पात्र भी बना। पर दुनिया में असंभव नाम की कोई चीज़ नहीं है मेहनत और लोगों से सलाह चर्चा करके सारी चीजों की व्यवस्थाओ के बारे में सोते बैठते ख्याल में बस एक ही विषय चलता रहा । इसका निर्माण बड़े स्तर पर कैसे करूँ। अंत में सर्व प्रथम गीत को धुनबद्ध कराया गया उसके उपर संगीत दिया गया इस गीत के रचनाकार मनमोहन सफर है और इस गीत को धुनबद्ध और संगीत से सजाए है बुधदेश नेताम जी और इस गीत को अपनी आवाज़ दिए हैं निशांत देवांगन जी।

जब गीत बनके आया तो मेरे जहन में किरदार आने लगे और एक प्रश्न भी की इस चुनौतीपूर्ण किरदार को कौन न्याय दिला पायेगा अंत में छत्तीसगढी सिनेमा जगत के सुप्रसिद्ध अभिनेता कीर्ति प्रकाश जयसवाल जी का चेहरा मेरे सम्मुख दिखने लगा मैने उनको संपर्क किया उनको कहानी बहुत पसंद आयी उन्होंने बिना देर किये इस गीत के लिए हामी भर दिये उसके पश्चात अब यह सवाल मेरे सामने आके खड़ा हो गया की इनके विपरीत अभिनेत्री किसे चुना जाए। विकल्प अनेक आये किंतु अंतिम में इस कहानी में सुशील और सादगी भरे चेहरे की जरुरत थी। आखिर हम सभी ने मिलके छत्तीसगढी गीत एल्बम जगत की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री काजल कौशिक जी के नाम पर मुहर लगाए। उनको भी कहानी बहुत ज्यादा पंसद आया और इस कहानी के अनुसार एक और अभिनेता की आवश्यकता थी हमने उभरते हुए कलाकर बकतावर जी को इस गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया उनका पहला गीत पदार्पण है इस एल्बम से। दिन तय किया गया शूट रखा गया सबने काफी मेहनत करके कड़ी मशकत और बहुत अधिक अभाव के बीच जुगाड, व्यवस्थाओ के साथ इस गीत का निर्माण संपन्न हुआ आज इसका टीजर् आ गया है आप सभी के बीच में मुझे आशा है हम सभी ने जितना परिश्रम से इस गीत को बनाये है हमें आपके प्यार के रुप में अवश्य इसका फल प्राप्त होगा।

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