अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारियों का हो रहा है शोषण ,प्रतिमाह 2300 रू के वेतन में गुजार रहे हैं जिंदगी
दिनांक 29/09/2021 बुधवार को वि ख बरमकेला में अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी का बैठक हुई जिसमें राज्य शासन के द्वारा स्कूल सफाई कर्मचारियों का शोषण करने का आरोप लगाया।
सरकारी स्कूलों में 2011से शालेय कार्य में सेवा दे रहे हैं इस बढ़ती महंगाई के दौर में प्रतिमाह वर्तमान में अभी 2300 रू का वेतन मिल रहा है इतने कम वेतन में घर परिवार का गुजारा का कोई गुंजाइस ही नहीं है यह बात सोचनीय है इस तरह राज्य सरकार स्कूल सफाई कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रहा है शोषण कर रहा है।
कांग्रेस शासन नहीं कर रहा है अपना वादा पुरा चुनाव जीतने के बाद भूल गया है अपना वादा
विधान सभा चुनाव के पूर्व माननीय श्री टी एस बाबा 2018 में घोषणा किया था कि अगर राज्य में हमारा कांग्रेस शासन आ जाता है तो 10 दिवस के अंदर स्कूल सफाई कर्मचारियों को अंश कालिन से पूर्ण कालीन कर नियमितीकरण किया जायेगा, परंतु 3 वर्ष हो गया अपना घोषणा भूल गया है, चुनाव जीतने के बाद अब नज़र अंदाज़ कर रहा है, अगर अपना घोषणा भूलता है तो आगामी चुनाओ में भुगतना पड़ेगा कांग्रेस शासन को।
सबेरे ही 2 घंटे काम करने के लिए रखा है शासन परंतु एक चपरासी के भांति काम करवा रहा है प्रधान पाठक, प्राचार्य
अंश कालिन स्कूल सफाई कर्मचारियों को प्रधान पाठकों द्वारा नियुक्त किया गया है जिसके वजह से मनमानी ढंग से प्रधान पाठक , प्राचार्य द्वारा मनमानी ढंग से दिन भर स्कूलों में कार्य करवा रहे हैं,75से 80 रू के रोजी में दिन भर स्कूल में कार्य करेगा तो परिवार का भरण पोषण कैसे होगा इस बात को शिक्षक को भी समझना चाहिए।
राज्य शासन के खिलाफ चल रही है रणनीती मांग पुरा नहीं होगा तो होगी उग्र आंदोलन
राज्य शासन के खिलाफ उग्र आंदोलन भी किया जाएगा और अभी रण नीति बनी हुई है 15 अक्टूबर से बस्तर संभाग और सरगुजा संभाग से पैदल मार्च ( दांडी यात्रा) रायपुर बूढ़ा तलाब के लिए निकाला जायेगा फिर भी मांग पुरा नहीं किया राज्य शासन तो उग्र आंदोलन किया जाएगा राज्य शासन के खिलाफ।
इस बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष ध्रुव यादव, उपाध्यक्ष नित्यानंद बरेट, सचिव पालेश्वर नंद, कोषाध्यक्ष घनश्याम नायक, संगठन मंत्री पितांबर चौहान, मीडिया प्रभारी विजय राणा , कैलाश सेठ एवम संकुल अध्यक्ष, सदस्य गण भारी संख्या में उपस्थित रहे।