अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस:संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने शिक्षकांे, अनुदेशक एवं असाक्षर प्रशिक्षार्थियों का किया सम्मान
साक्षर व्यक्ति की वैचारिक क्षमता समृद्ध होती है : श्री चंद्राकर
महासमुन्द 08 सितम्बर 2021/ विकासखण्ड साक्षरता मिशन प्राधिकरण महासमुन्द के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर पढ़ना-लिखना अभियान के तहत सर्वे कार्य करने वाले शिक्षकांे, अनुदेशक एवं असाक्षर प्रशिक्षार्थियों का सम्मान समारोह एवं संगोष्ठी का आयोजन नवकिरण अकादमी महामसुन्द में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि संसदीय सचिव एवं महासमुन्द विधायक श्री विनोद चन्द्राकर एवं अध्यक्षता जनपद पंचायत महासमुन्द के अध्यक्ष श्री यतेंद्र साहू की उपस्थिति में किया गया।
कार्यक्रम में अतिथियों ने सर्वे कार्य करने वाले शिक्षकों, उत्कृष्ट कार्य करने वाले अनुदेशकों एवं पढ़ने लिखने में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 5 असाक्षर प्रशिक्षार्थियों का सम्मान किया।
मुख्य अतिथि श्री विनोद चंद्राकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा साक्षरता मिशन प्राधिकरण के माध्यम से पढ़ना-लिखना अभियान के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए संकल्पित है। इसके तहत साक्षर बनाने के साथ-साथ लोगों में सोच चिंतन करने की क्षमता विकसित करना भी है। आज हमारी वृद्ध माताएं साक्षर होकर समाचार पत्र पढ़कर देश दुनिया की जानकारी प्राप्त कर साझा कर रहे है। साक्षर व्यक्ति की वैचारिक क्षमता समृद्ध होकर अपना विचार प्रस्तुत कर रहे है। यह पढ़ना-लिखना अभियान की उपलब्धि है। जिससे असाक्षर जुड़कर साक्षर होकर इस अभियान को सफल बना रहे है। साक्षरता के जिला परियोजना अधिकारी श्री रेखराज शर्मा एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री एम पी साहू ने भी अपना विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर बीआरसीसी श्री जागेश्वर सिन्हा, नोडल अधिकारी श्रीमती खेमीन साहू, समन्वयक श्रीमती भारती सोनी, पीताम्बर पाठक, पवन साहू, रसीद कुरैशी, मनोज साहू, आशीष साहू प्रदीप यादव महेश्वर यादव केशव साहू भुनेश्वर साहू समस्त शिक्षक, अनुदेशक एवं साक्षर प्रशिक्षार्थी उपस्थिति थे। कार्यक्रम का संचालन श्री ईश्वर चन्द्राकर एवं आभार प्रदर्शन सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री गजेंद्र ध्रुव ने किया।
लोचन चौधरी की रिपोर्ट…