महासमुंद

स्थानीय विधायक से मिली जिला निर्माण समिति…

सरायपाली 20/08/2021 विगत दिनो 15 अगस्त के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा 04 नये जिले की घोषणा करने जिसमे सरायपाली को जिला से वंचित किये जाने से स्थानीय जिला निर्माण संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल स्थानीय विधायक श्री किस्मत लाल नन्द से 20/08/2021 को मुलाकत कर माननीय मुख्यमंत्री महोदय से समय लिये जाने का अनुरोध किये। समिति ने विधायक महोदय से मुख्यमंत्री के नाम से माँग पत्र दिये जाने की निवेदन किया जिसमे विधायक महोदय द्वारा उत्साह पूर्वक समर्थन किया अपनी सहमति देते हुवे " निश्चित रुप से सरायपाली जिला बनना है" कहते हुये आस्वत किया गया । जल्द ही मुख्यमंत्री महोदय से चर्चा कर समय लिये जाने की बात कही गयी । जिसमे एक प्रतिनिधि मंडल सरायपाली से विधायक महोदय के नेतृत्व मे मुख्यमंत्री निवास जाकर मुलाकत कर जिला बनाने हेतू निवेदन करेंगें । विधायक महोदय से मुलाकत

करने हेतू प्रतिनिधि मंडल मे विद्या भुषण सतपथी ,जयदेव भोई, तिलक प्रसाद साहू ,अनिता चौधरी, विवेककर , सेवा शंकर अग्रवाल , टीकेश्वर मित्रा सुबर्धन प्रधान(रनिसागर गढ़ फुलझर) गुड्डू जयसवाल, प्रिन्स, विकास महापात्र, गूंजन अग्रवाल के साथ पुष्पेंद्र पटेल, महेंद्र बाघ, परमानंद नायक, संजय प्रधान उपस्थित थे। विधायक महोदय के संतोषप्रद आस्वास से सभी के मन मे पुन: नयी उम्मीद जगी है सरायपाली -बसना जिला बनाने का सबसे प्रमुख आधार यहाँ की भौगोलिक स्थिति के साथ सरायपाली -बसना के लिए आवागमन व्यवस्था, जिले का सबसे बड़ा अनुविभाग, एसडीएम कार्यालय, सिचाई विभाग, एडीजे कोर्ट, कुटुंब न्यायालय, विधुत न्यायालय, पी डब्ल्यू, डी पी एच, दूरसंचार, एस डी ओ पी कार्यालय, व्यवहार न्यायालय, 100 बिस्तर अस्पताल, नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, रेडियो स्टेशन, विद्युत् विभाग का ई ई कार्यालय, शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था आई टी आई होने के साथ एयर बेस केम्प भी खुलने वाला है.
इसके अतिरिक्त सराईपाली ओडिशा की सीमावर्ती पूर्वी छोर का एक मात्र नगर होने के कारण जिला बनने से प्रशासनिक कसावट बढ़ेगा विकास भी जमीन तक जल्दी पहुँचेगा जिससे व्यवसाय भी बढ़ेगा और नक्सलियों की सक्रियता पर भी विराम लग जायेगा.
अभी जिला मुख्यालय की दुरी लगभग 120 किमी से अधिक होने कारण आवागमन की सुविधा में कठिनाई का सामना करना पड़ता है जिससे गरीब तबके के लोगो को समय एवम धन दोनों की नुकसानी एवम परेशानी उठानी पड़ रही है।
सराईपाली को जिला बनाए जाने की मांग 1984 के पूर्व से उठती रही है। मध्यप्रदेश शासन मे मंत्री रहे स्वर्गीय मोहनलाल चौधरी ट्रासजोंक जिले की कल्पना कर अपनी बात को शासन स्तर पर रख उस पर काम भी शुरू कर दिया था। उसका नतीजा है कि सभी शासकीय विभागों के कार्यालय विक सित हो चुके है।

लोचन चौधरी की रिपोर्ट

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