लोग तो बोलते रह जाते है और इन्होंने कर दिखाया सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने पर्यावरण दिवस पर दिया संदेश
श्री गबेल ने कहा बोलने से साथ कार्य को अंजाम तक ले जाना ही सार्थक है।
क्षेत्र के गाँवों में कराया हजारो वृक्षारोपण जो आज फल दे रहे है।
जांजगीर चांपा – मालखरौदा पर्यावरण दिवस पर सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने जो उदाहरण प्रत्यक्ष रूप से सामने रखे है वह अनुकरणीय है। जहाँ लोग सोचते बोलते रह जाते है वही लालू गबेल कर गुजरे होते है।
आज मालखरौदा क्षेत्र के गांवों में लहलहा रहे हजारो फलदार और विभिन्न तरह के वृक्ष जो शायद जांजगीर चाम्पा जिला ही नही पूरे प्रदेश में पंचायती योजना से किये गए वृक्षारोपण कार्य का सबसे सफल और सार्थक पहल साबित होगा
सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल जब जनपद सदस्य थे तो तत्कालीन कलेक्टर ओ.पी. चौधरी, जिला पंचायत सीईओ विश्वेश कुमार और जनपद पंचायत सीईओ आर.पी. चौहान के सहयोग से एक सफल वृक्षारोपण कार्ययोजना बनाकर लालू गबेल ने मनरेगा से वृक्षारोपण कार्य स्वीकृत कराया था और वृक्षारोपण कार्य ग्राम बड़े पाडरमुड़ा, लीमगांव आदि पंचायतों में हजारों की संख्या में किया गया था जो आज एक नन्हे पौधे से वृक्ष बन मालखरौदा क्षेत्र के गांवों में लहलहाते फल और छांव देने योग्य हो गए है
वृक्षारोपण दिवस पर सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने एक सार्थक संदेश देते हुए कहते की हम जो बोलते है उसे अंजाम तक ले जाना ही सार्थक कार्य है। लोग तो बस ऐसे कार्यो के लिये दिखाते बोलते रह जाते है, हम तो कर के दिखा रहे। श्री गबेल ने कहा कि लोकहित और देश हित के कुछ कार्य ऐसे होते है जिसके लिए पूर्ण समर्पण भाव चाहिए। जिसमे से एक हैं “पर्यावरण” जिसको हम अपनी प्रकृति जननी कहते है और जननी जन्मभूमि स्वर्ग से महान है, जिसके लिए जितना करे कम है। श्री गबेल ने आज पर्यावरण दिवस पर कहा है कि तत्कालीन कलेक्टर ओ.पी. चौधरी, जिलापंचायत सीईओ विश्वेश कुमार और मालखरौदा जनपद सीईओ आर.पी.चौहान के सहयोग से ही और ग्रामीणों की वृक्ष सेवाभाव कार्य के कारण ही आज मेहनत के फल मिल रहे हैं, जिनका आज पूरा मालखरौदा क्षेत्र आत्मीय आभार व्यक्त करता है।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत बड़े पाडरमुड़ा के सरपंच प्रतिनिधि प्रकाश धिरहे, कैलास धिरहे, सचिव राजेश गबेल, रामकुमार भारद्वाज, संजय गबेल, परदेशी कांत लिमगांव से कन्हैया यादव उपस्थित थे।
लाइव भारत 36 न्यूज़ से विजय धिरहे