अंत मे भेलवाँ पंचायत के ग्रामीणों की हुई जीत।आखिर में जब जिला पंचायत सदस्य विष्णु प्रसाद कुलदीप को होश आते ही उनके द्वारा ग्रामीणों को थमाया आदेश।पढ़िये क्या है पूरा मामला……..
फरसाबहार:-खबर का असर।आप को पूरी बात बता दे कि 7/01/2021 गरुवार को भेलवाँ के ग्रामीणों द्वारा जनपद पंचायत फरसाबहार का घेराव किया गया था। जिसमें ग्रामीणों द्वारा जम कर नारे बाजी किया गया था कि नवीन पैंकरा होस में आओ,विष्णु कुलदीप होस में आओ,यूडीमिंज होस में आओ इस नारा के साथ पूरा फरसाबहार जनपद दहल गया था
और ग्रामीणों की आवाज फरसाबहार से जशपुर तक पहुंच गया था।और ग्रामीणों में ख़ुशी की लहर तब दौड़ गई जब जिला पंचायत सदस्य विष्णु प्रसाद कुलदीप द्वारा सुनीता भगत को भेलवाँ पंचायत से हटाए जाने का आदेश दिये।अंततः विष्णु प्रसाद कुलदीप द्वारा भेलवाँ के ग्रामीणों को किया गया वादा को पूरा किया गया और उनके दिलों में समा गये।
आदेश के अनुसार पत्र क्रमांक 1 में भेलवाँ पंचायत के सचिव सुनीता भगत को भेलवाँ पंचायत से डोंगादरहा पंचायत स्थांतरण कर दिया गया था।संदर्भित पत्र क्रमांक 2 द्वारा उक्त ग्राम पंचायत से संबंधित सिकायत की जाँच हेतु अनुविभागीय अधिकारी(राजस्व) फरसाबहार को दिए जाने एवं जाँच प्रतिवेदन प्राप्त होने तक के लिये स्थानांतरण आदेश के क्रियान्वयन को स्थगित रखे जाने का निर्णय लिया गया था।
वर्तमान में उक्त ग्रामपंचायत सचिव के विरुध ग्रामपंचायत भेलवाँ के सरपंच व अन्य ग्रामीणों द्वारा विभिन बिंदुओं पर सिकायत कर ग्राम पंचायत में इनके कार्य व्यवहार एवं कार्यशैली तथा जनप्रतिनिधियों में आमग्रामीणजनों से इनकी वर्ताव की शिकायत के कारण उन्हें ग्राम पंचायत भेलवाँ से हटा कर अन्य पंचायत में स्थानांतरण करने एवं उन्हें ग्राम पंचायत भेलवाँ से नही हटाये जाने पर जनपद पंचायत फरसाबहार का घेराव करने का ज्ञापन सौंपा गया था
।शिकायत में प्रस्तुत दस्तावेजो की कार्यालयीन अभिलेखों से परीक्षण किया गया जिससे यह ज्ञात हुआ कि कुमारी सुनीता भगत को 2012 में नियुक्ति तिथि से ही विवादित कार्यशैली एवं कई ग्राम पंचायत एवं जनप्रतिनिधियों ,ग्रामीणजनों से शालीन व्यवहार नही होने पर सभी जगहों से कार्यमुक्त किया गया था।और यही शिलशिला ग्राम पंचायत भेलवाँ में भी
विवादित कार्यशैली एवं नियमित रूप से पंचायत में उपस्थिति नही देने और हितग्राहियो से पैसा लेने के संबंध में शिकायत किया गया था और सभी सिकायत में सही पाने से सुनीता भगत का स्थानांतरण कर दिया गया था पर सचिवो के हड़ताल के कारण सुनीता
भगत का स्थानांतरण को रोक दीया गया था ।अंततः विष्णु प्रसाद कुलदीप के होश में आने से ही ग्रामीणों की मांगे पुरी हो गयी और वे खुशी से विष्णु प्रसाद कुलदीप की जयकारा लगाने लगे।
लाइव भारत 36 न्यूज़ से संतोष शर्मा