ज़िले के धान उपार्जन केंद्रों में अब तक 26339 मेट्रिक टन का उठाव
किसानों द्वारा बेची गई फसल का भुगतान सीधे पीएफएमएस के माध्यम से ज़िले के धान उपार्जन केंद्रों में अब तक 26339 मेट्रिक टन का उठावकिसानों द्वारा बेची गई फसल का भुगतान सीधे पीएफएमएस के माध्यम से
महासमुंद 19 दिसंबर 2020/ खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 हेतु समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का कार्य अपनी पूर्ण गति से चल रहा है। जिलें में वर्तमान में 138 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 60303 किसानों से 196202.32 मेट्रिक टन धान की ख़रीदी की जा चुकी है। जिले में 110 उपार्जन केंद्रो से 84860 मेट्रिक टन धान का डीओ जारी किया जा चुका है। जिसमें अभी तक जिले में 26339.4 मेट्रिक टन धान कि उठाव हो चुका है। बाक़ी धान का उठाव जारी है।इस वर्ष किसानों द्वारा बेची गई फसल का भुगतान सीधे PUBLIC FINANCIAL MANAGEMENT SERVICE (सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सेवा) (पीएफएमएस )के माध्यम से किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त तकनीकी कारणों से किसानों के रकबा में जो त्रुटि हुई थी उसका सुधार भी आनलाईन माध्यम से किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि कोविड -19 के कारण जहां सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। सभी औद्योगिक कार्य बंद रहे है। ऐसी स्थिति में भी ज़िले में धान सुचारू रूप से उपार्जन हेतु पर्याप्त मात्रा में बारदाना की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न माध्यम से की गई है। अधिकारियों ने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध है। वहीं धान मिलर्स द्वारा भी उपार्जन केंद्रो में बारदाना की नियमित रूप से आपूर्ति की जा रही है। मिलर्स द्वारा प्रदाय किये जा रहे बारदानों को पहले सत्यापन किये जाने के बाद ही उपार्जन केंद्रो में भेजा रहा है। उपार्जन केंद्रो द्वारा उपार्जित धान का परिवहन का कार्य भी जिले में मिलर के माध्यम से प्रारंभ हो गया है। अगर पूरे छत्तीसगढ़ की बात करें तो अब तक यानी 17 दिसंबर तक 2876554.76 मेट्रिक टन धान की ख़रीदी हुई है। जिसमें 727639 मेट्रिक टन धान का डीओ जारी किया जा चुका है। 321677.36 मेट्रिक टन धान का अब तक उठाव हुआ है। महासमुंद ज़िला धान ख़रीदी के मामले में पूरे छत्तीसगढ़ में तीसरे पायदान पर है।
लोचन चौधरी की रिपोर्ट…