कांकेर

हिरण की रफ्तार लगभग 90 किलोमीटर प्रति घंटा और शेर की रफ्तार 55 किलोमीटर प्रति घंटा होती है

बावजूद इसके अक्सर शेर हिरण का शिकार कर लेता है। आखिर क्यों ?

क्योंकि हिरण को यकीन होता है कि वो शेर से कमजोर है। और यही खौफ उसे बार बार पीछे मुड़कर देखने पर मजबूर कर देता है। और इस दौरान हिरण का हौसला और रफ्तार दोनों कम हो जाते है जिसके कारण शेर हिरण का शिकार कर ही लेता है।

खुद को कमजोर कभी ना समझें कोरोना काल में भी यही तो हो रहा है। कोराना की घातक शक्ति मानव प्रतिकार शक्ति की तुलना में बहुत कम है, लेकिन मानव के दिमाग़ में हर क्षण बस यही घूमता रहता है कि उसे कोराना हो गया है। बस इसी कारण वो इससे हार जाता है। जबकि इस दौरान उसकी सोच सिर्फ यह होनी चाहिए कि
ये तो नॉर्मल सर्दी बुखार है।
ये तो कुछ ही दिनों में ठीक हो जायेगा।
मैं जल्द ही स्वस्थ हो जाऊंगा
और वो जल्द ही स्वस्थ भी हो जाता है।
कोरोना से बचाव के सभी उपाय करें। लापरवाही ना करें।

सचेत रहें स्वस्थ रहें
घर में रहें सुरक्षित रहें
सकारात्मक सोच रखें खुश रहें

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लाइव भारत 36 न्यूज़ कांकेर से टिकेश्वर देवांगन की रिपोर्ट

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