जांजगीर-चांपा

अड़भार मंडल शक्ति केंद्र ग्राम पंचायत सपिया में पं दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर पौधारोपण किया गया

जांजगीर चांपा -अडभार मण्डल के ग्राम सपिया मे आज पं दीनदयाल उपाध्याय जी की 104वीं जयंती पर अड़भार मंडल सक्ति केंद्र ग्राम पंचायत सपिया में भारतीय जनता पार्टी के तत्वाधान में दिनांक 25 सितंबर को स

अड़भार मंडल सक्ति केंद्र ग्राम पंचायत सपिया में पं दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर पौधारोपण किया गया।

जांजगीर चांपा -अडभार मण्डल के ग्राम सपिया मे आज पं दीनदयाल उपाध्याय जी की 104वीं जयंती पर अड़भार मंडल सक्ति केंद्र ग्राम पंचायत सपिया में भारतीय जनता पार्टी के तत्वाधान में दिनांक 25 सितंबर को सभी कार्यकर्ताओं वरिष्ठ के द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजन किया हुआ। जिसमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इस मौके पर भाजपा जिला कार्यकारिणी रमेश ज्योतिर्मय महंत ने कहा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म 1916 में मथुरा में हुआ था। वे छात्र जीवन से ही समाज सेवा में लगे रहते थे। उपाध्याय जी का मानना था कि प्रकृति का सम्मत विकास ही संस्कृति है। प्रकृति के विरुद्ध होने वाला विकास समाज में विकृति पैदा करता है। समावेशी विकास ही स्थाई विकास है। उन्होंने आगे बताया कि पंडित जी सच्चे राष्ट्रवादी थे। सुशासन और विकास से अंत्योदय ही उनका एकमात्र लक्ष्य था। वे राजनीति, अर्थनीति पर राष्ट्र के उद्घोषक, नवीन भारत के प्राण, गरीब के मसीहा व मातृभूमि के सेवक थे। उनके द्वारा समाज के कमजोर तबके के उत्थान के लिए हमेशा से कदम उठाये जाते रहे थे। उनके अथक प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
कार्यक्रम में भाजपा कार्यकता मंडल कार्यकारणी अजय सिंह राठौर, वरिष्ठ कार्यकर्ता देवीदीन गोरे, रंगनाथ राठौर, युवा प्रकोष्ठ मिनेश राठौर, कमल राठौर, मालिकराम यादव, रोहित महंत, सुरजीत राठौर, विक्की महंत, कबीर महंत, सिंकदर महंत, अमित राठौर, आकाश महंत, धनेश्वर यादव आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

भी कार्यकर्ताओं वरिष्ठ के द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजन किया हुआ। जिसमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इस मौके पर भाजपा जिला कार्यकारिणी रमेश ज्योतिर्मय महंत ने कहा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म 1916 में मथुरा में हुआ था। वे छात्र जीवन से ही समाज सेवा में लगे रहते थे। उपाध्याय जी का मानना था कि प्रकृति का सम्मत विकास ही संस्कृति है। प्रकृति के विरुद्ध होने वाला विकास समाज में विकृति पैदा करता है। समावेशी विकास ही स्थाई विकास है। उन्होंने आगे बताया कि पंडित जी सच्चे राष्ट्रवादी थे। सुशासन और विकास से अंत्योदय ही उनका एकमात्र लक्ष्य था। वे राजनीति, अर्थनीति पर राष्ट्र के उद्घोषक, नवीन भारत के प्राण, गरीब के मसीहा व मातृभूमि के सेवक थे। उनके द्वारा समाज के कमजोर तबके के उत्थान के लिए हमेशा से कदम उठाये जाते रहे थे। उनके अथक प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
कार्यक्रम में भाजपा कार्यकता मंडल कार्यकारणी अजय सिंह राठौर, वरिष्ठ कार्यकर्ता देवीदीन गोरे, रंगनाथ राठौर, युवा प्रकोष्ठ मिनेश राठौर, कमल राठौर, मालिकराम यादव, रोहित महंत, सुरजीत राठौर, विक्की महंत, कबीर महंत, सिंकदर महंत, अमित राठौर, आकाश महंत, धनेश्वर यादव आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

Live भारत 36 न्यूज़ से विजय धिरहे कि रिपोर्ट

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