सारंगढ -बिलाईगढ़ जिले मे चौहान समाज की अनदेखी भाजपा व कांग्रेस को पढ़ सकती है भारी ।
सारंगढ /छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रही है चुनावी समीकरण का जोड़ तोड़ भी शुरू हो चुका है। सारंगढ में रविवार को चौहान समाज के 5 हजार लोगों ने मतदाता जागरूकता रैली निकाल कर जिले में वर्चस्व स्थापित किया है।जरूरत पड़े तो समाज एक स्वर में एक होने की संदेश दिए हैं। चौहान समाज की पूरे जिले में लग भग सारंगढ क्षेत्र में 36 हजार सरिया क्षेत्र में 6 हजार बिलाईगढ़ क्षेत्र में 26 हजार है जिले में लगभग 68 हजार मतदाता है।आज हम सारंगढ विधानसभा में सामाजिक जोड़ तोड़ की बात कर रहे हैं सारंगढ विधानसभा अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र है जिसके कारण से यह विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित रखा गया है।सारंगढ के कोशिर क्षेत्र में सतनामी समाज कि बर्चस्व है और दानसरा व बरमकेला क्षेत्र की बात करें तो पटेल समाज भारी पड़ेगी । एवं पूरे सारंगढ विधानसभा की अनुसूचित जाति की बात करे तो सतनामी समाज लगभग 46 हजार एवं चौहान समाज 36 हजार व सारथी समाज 8 हजार की मतदाता पर काबिज है। राजनीतिक आकलन लगाए जाएं तो सतनामी समाज के अधिकांश बहुजन समाज पार्टी पर मतदान करते हैं कई गांव में अन्य पार्टी को 2 प्रतिशत वोट भी नही मिल पाना मुश्किल हो जाता है। बहुजन समाज पार्टी के सारंगढ विधानसभा में लगातार 2 बार विधायक बन चुके है। 25- 30 हजार वोट हमेशा मिलता है। बाकि मतदाता दोनों पार्टी कांग्रेस व भाजपा पर और चौहान समाज की लगभग 29 हजार मतदाताओं कांग्रेस के पक्ष में वोट करते हैं और 7 हजार मतदाता भाजपा के पक्ष में रहते हैं। वही बिलाईगढ़ विधानसभा अनुसूचित जाति की आरक्षित सीट है और लग भग चौहान समाज की कुल मतदाता 25 हजार हैं समाज के 90 प्रतिशत वोट कांग्रेस के पक्ष में रहती हैं और बाकी भाजपा की ओर शामिल रहते हैं ऐसे में भाजपा व कांग्रेस को बड़ी ही समझदारी के साथ सभी वर्ग को संतुष्ट करना जरूरी हो गया है। सारंगढ़ विधानसभा में चौहान (गांडा)समाज मे बड़े चेहरे के रूप में कांग्रेस से गोपाल प्रसाद बाघे वर्तमान में जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं और चौहान (गांडा) समाज सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला के कार्यकारी जिला अध्यक्ष के पद पर काबिज है। वही समाज मे भाजपा से बड़े चेहरे के रूप में रामाधार चौहान पूर्व में भाजपा मंडल अध्यक्ष (अजा) के रूप में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में चौहान समाज के जिलाध्यक्ष के पद पर आसीन है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस को समझदारी के साथ चौहान समाज को महत्व देना पड़ेगा।