सारंगढ़

महिला स्व सहायता समूह को गंदी-गंदी गालियां-मछली भी मारी,परेशान महिला समूह ने दी थाने में आवेदन

सारंगढ|| महिलाओं को सशक्तिकरण बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के मुखिया हर एक सम्भव प्रयास कर रहे लेकिन ग्रामीण क्षेत्रो में इसका लाभ महिला समूहों को भलीभांति नही मिल पा रहा है इसका ताजा मामला ग्राम उधरा के आश्रीत ग्राम डूमरडीह का है जहां शकुंतलम महिला स्व सहायता समूह के द्वारा सारंगढ कोतवाली थाने में महिला समूहों ने लिखित शिकायत कर न्याय की मांग किया गया है। जिसपर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार अन्याय और विभिन्न प्रकार के शोषण और सामाजिक रूप से किया जाने वाला किसी भी प्रकार का प्रताड़ना को ध्यान में रखते हुए तथा महिलाओं के सभी प्रकार के विकास कार्यों के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है। और लगातार ऐसी ऐसी योजनाएं भी लाती जा रही है जिनसे महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार के नए-नए अवसर और माध्यमों को बनाने के लिए सरकार निम्न से लेकर उच्च स्तर तक लगातार प्रयासरत रही है जिसमें महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत सारे स्व सहायता समूह स्वरोजगार के प्रति महिलाओं को सजग करना एवम उसके लिए सहायता राशि एवं सहयोग प्रदान करना एवं जिसके पास साधन ना हो उन्हें सरकारी तथा गैर सरकारी तरीकों से साधन उपलब्ध करवाना इत्यादि कार्य महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनके उत्थान के लिए कर रही है एवं महिलाओं को किसी भी प्रकार की असुविधाओं का सामना ना करना पड़े इसलिए सरकार ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों तक महिलाओं के लिए विभिन्न सारी आपातकालीन व्यवस्थाएं भी करती है। जिनमें महिला स्व सहायता समूहों को गौठान के माध्यम, मछली पालन,ऐसे बहुतो सारी योजना दिलवाया जा रहा है जिसपर ओर अंतर्गत महिला सुरक्षा, महिला बाल विकास, पोषण संबंधित कार्य एवं चिकित्सा संबंधित कार्य तथा महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए स्कूलों में प्राथमिकता इत्यादि की पहल करती रहती है।
वहीं बात की जाए ग्राम पंचायत उधरा के आश्रित ग्राम डूमरडीह की जहां पर महिलाओं से अभद्रता का सारी सीमाएं लांघते हुए एक मामला सामने आया है जिसमें महिलाओं को गाली गलौच किया गया जिसमें उन सभी सदस्यों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है जिससे समाज में अपमानित स्थिति में अवमानना का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि शकुंतलम महिला स्व सहायता समूह के द्वारा मूड़ा तालाब और पन्खत्ती तालाब में मछली पालन 10 वर्षीय पट्टे पर लेकर मछलियां तालाब में डाली गई थी और मछली पालन की जा रही थी, मगर डूमाडीह के ही प्रेम अजय, प्यारेलाल प्रमोद, रामधनी. लखन इत्यादि के द्वारा लीज पर ली हुई तालाब में जाली डालकर मछली मारने का काम किया जा रहा था, तथा मना करने पर महिलाओं को गाली गलौज कर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। वही मतस्य अधिकारी को भी धक्का,मुक्की ,मारपीट जैसे स्थिति निर्मित किया गया जिसका वीडियो भी महिला समूह के पास मौजूद है।और इसी तरह बीच-बीच में तालाब में जाल डालकर मछलियां मारी जा रही थी और बोलने पर गाली गलौज कर अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता था तथा जिससे महिला स्व सहायता समूह के सदस्य काफी शर्मिंदगी, और अपने ऊपर अंगर्ल शब्दों का उपयोग से लज्जा भंग होने से चिंतित है वही समूह के द्वारा इसी समस्या को लेकर थाने में लिखित में शिकायत पत्र थाना प्रभारी को दिया गया जिसमें मछली पालन के दौरान अन्य व्यक्तियों के द्वारा किया जाने वाला महिलाओं पर अभद्र कृत्य पर उचित दंड एवं निराकरण के संबंध में आवेदन दिया गया है।
अब देखना यह है कि महिलाओं पर हो रहे इस तरह के अत्याचार और अभद्रता भरे कृत्य को लेकर पुलिस प्रशासन के ऊपर महिला समूह की निगाहें टिकी हुई है|

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button