चैम्बर मे बैठकर अफसर कर रहे गोठानो की मानिटारिंग। धरातल मे नहीं दिख रही उपयोगिता
जिले के जनपद पंचायत फरसाबाहर के ग्राम पंचायतों का हाल इन दिनों खस्ताहाल हो रखा है, जहां नजर घुमाइये वहीं भ्रष्टाचार अपनी गाथा गाती हुई नज़र आ रही है। चाहे वह शासकीय भवनो मे लगे टेप नल की बात हो जहां उद्देश्य की पूर्ति ही गायब हो या फिर भूपेश शासन की महत्वकांक्षी गोठान योजना हो, अधिकारिओं की मानिटारिंग के बिना सारा योजना धरातल पर अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ता नज़र आ रहा है। ताज़ा मामला जनपद पंचायत फरसाबाहर के ग्राम पंचायत जामबहार का है जहां अधिकारिओं की लापरवाही साफ तौर पर दिखाई दे रही है। जब लाइव भारत 36 न्यूज़ ने जामबाहर के गोठान को अपनी कैमरे मे कैद किया तो कई पोल खुलती नज़र आने लगी। इस गोठान मे ना तो गायों के लिए पैरा नज़र आया ओर ना ही चारागाह मे गायों के लिए पानी की व्यवस्था दिखाई दी। सुनिए ग्रामीणों ने इस गोठान की उपयोगिता के लिए क्या कहां। वहीं जब हमने पंचायत पदाधिकारिओं को संपर्क कर उनका मत जानना चाहा तो उन्होंने फ़ोन तक रिसीव नहीं किया।