ग्राम पंचायत टुण्डरी मे बहुत भारी मात्रा में आवारा पशुओं का दिखा कंकाल, बदबू से महामारी फैलने का डर, शासन प्रशासन मौन, आखिर इसके जिम्मेदार कौन और उन पर कब होगी कार्यवाही
बिलाईगढ़ विधानसभा के अंतर्गत ग्राम पंचायत टुण्डरी में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। जहां अस्थायी गौठान में आवारा पशुओं का भारी मात्रा में पशु कंकाल देखने मिला है. ये बिलाईगढ़ विधानसभा की तीसरी घटना है. इसके पहले भटगांव नगर पंचायत मे कांजी हॉउस सह गौठान मे मवेशियों रख रखाव मे लापरवाही एवं सिंघिचुवा रोड किनारे खेत मे 11 मवेशियों को बांधकर फेक देना जहाँ चार गायों की मौत के साथ बाकि घायल का मामला सामने नजर आया था जहाँ मीडिया द्वारा ही इन्हे उजाकर करने के बाद कार्यवाही हुआ था अब ग्राम पंचायत टुण्डरी
की एक बड़ी घटना सामने आयी है जहां अस्थायी गौठान में आवारा पशुओं का भारी मात्रा में पशु कंकाल देखने मिला है.
कंकाल देख कर ऐसा लग रहा कि काफी दिनों से इस ओर जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं. जिनके वजह से ऐसी स्थिति निर्मित हो गई है।
ग्राम पंचायत टूण्डरी मे शासकीय हाई स्कूल के पीछे बनी मैदान में अस्थाई गौठान बनाया गया है। जहां फसल को बचाने आवारा पशुओं को रखा गया है। लेकिन यहाँ का नजारा देख कर आपका दिल दहल जाएगा। गौठान में रखे गायों के लिये ना ही चारे की व्यवस्था नजर आया और ना ही उनके पानी पीने की व्यवस्था। शायद यही वजह है कि इस गौठान में दर्जन भर से अधिक पशुओं की मौत हो गई है जो पशु कंकाल की स्थिति हो चली है। पशु की कंकाल से बदबू इतनी बढ़ गई है कि, गाँव में महामारी फैलते देर नहीं लगेगी।
घटना की जानकारी मीडिया को मिली. मौके पर मीडिया की टीम पहुँची और अपने कैमरे में कैद कर लिया। उस दौरान वही ऐसा नजारा भी देखने को मिला की उस गौठान से ही लगे चार कदम में शासकीय विद्यालय सहित आंगनबाड़ी और एक निजी स्कूल संचालित हैं। जहाँ के छात्र-छात्रायें गौठान में मरे आवारा पशुओं की बदबू से परेशान हो पढ़ाई करने मजबूर हैं। बताया जा रहा कि ग्राम पंचायत टुण्डरी के जिम्मेदार किसी राजनैतिक पार्टी से ताल्लुकात रखता है जिनसे सरंक्षण प्राप्त हैं. शायद यही बड़ी वजह होगी कि गौठान में मरे आवारा पशुओं को वहीं सड़ते छोड़ दिया गया है।
गौरतलब मौके पर पहुँचे मीडिया की टीम को ही एक व्यक्ति पंचायत का उपसरपंच बताते मीडिया टीम पर ही अपनी भड़ास निकालने शुरू कर दिये और गोल-मोल जवाब देकर फसल नष्ट करें उसका जवाबदेह रहने का हवाला देकर सभी पशुओं को छोड़ देने की बात कहकर चलता बना। इधर उपसरपंच की बातों को सुन मीडिया की टीम एसडीएम कार्यालय पहुँचा और घटना की जानकारी देते कार्यवाही को लेकर सवाल किया गया।
इस पर एसडीएम द्वारा मामलें में जाँच कर दोषियों पर कार्यवाही करने की बात कही।
फिलहाल अब देखना होगा कि क्या..वास्तव में जिम्मेदारों पर कार्यवाही होगी या इसमें भी राजनीति की जाएगी ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
लाइव भारत 36न्यूज से कमल देवांगन