रायगढ़ जिला के सारंगढ़ विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला कर्राढोढ़ी स्कुल भगवान भरोसे
सारंगढ़ यह मामला विकासखंड सारंगढ़ से महस 8 से 10 किलोमीटर में शासकीय प्राथमिक शाला कर्राढोढ़ी की है एक ओर शासन स्कुलों के शिक्षा स्तर को ऊपर उठाने राज्य सरकार बच्चों के लिए हर प्रयास कर रही हैं परन्तु आज भी शासकीय स्कुलों के हालात में सूधार नहीं दिख रहा है शासकीय स्कुलों में खाना ठीक से तो मिल तो रहा लेकिन शिक्षा की कोई गारंटी बात हम नहीं कहते बल्कि ये तरवीर कह रहे है।
आप बच्चे को देखे सकते हैं खेल रहे हैं या पढ़ रहे है यह तस्वीर शासकीय प्राथमिक विद्यालय कर्राढाेढ़ी का मामला है जहां स्कुल भगवान के भरोसे चलता है ,देखे तो कहने से कोई गलत नही है क्यों की ग्रामिणों का कहना कि अक्सर घुमते फीरतें बच्चे दिखाई देते है तो गांव वाले बच्चों को बोलते तो हैं लेकिन बच्चे बोलते हैं कि शिक्षक नहीं आये और बच्चें स्कुल के बाहर और ग्राउन में खेलते रहते हैं क्योकी कोई कहने वाला नहीं है जब गांव वाले और महिला समूह के महिलाओं ने कहा तो कोई फर्क नहीं पड़ा वही माने तो शिक्षक अपने मर्जी से आतें है और अपनी मर्जी से चले जाते है दिन ब दिन बच्चों कीभविष्य बिगड़ते जा रहें हैं बताया जाता है की शिक्षक अजय निषाद हमेसा अनुपस्थिति रहते हैं जब प्रधान पाठक के बारे में वहां के ग्रामीणों ने उपस्थित शिक्षक से पुछा तो बताए की प्रधान पाठक बूधेशवर भी नही आते है, शिक्षकों क्यो अनुपस्थिति रहते है और ना कोई छूटटी का आवेदन दिया जाता है अब आप भी जान सकते है कर्राढोढी विकासखंड सारंगढ़ के शिक्षा व्यवस्था कैसा है वहाँ बच्चों का भविष्य कैसा होगा अब देखना यह है कि इस लापरवाही के कारण बच्चों का भविष्य बिगड़ रहा है शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी कितना जल्दि शिक्षक के उपर कार्य वाही करते है या नहीं।
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संवाददाता घनश्याम सिदार