बारुद ब्लास्टिग की शिकायत के जांच पर पहुंचे तहसीलदार
मनरेगा कार्य में अन्तर्गत गहरी करण करने के लिए धड़ल्ले के साथ करा दिया गांव के बीच तालाब में पत्थर फोड़ने के लिए ब्लास्टिंग कर दिया गया ,अब जांच टीम आया तो सरपंच सरिता बोलती है बारूद ब्लास्टिंग नहीं कराया गया है।
सारंगढ़ जनपद अन्तर्गत आने वाले ग्राम पंचायत अमझर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अन्तर्गत पथररी तालाब का गहरी करण कार्य ग्राम पंचायत द्वारा कराया गया था,जो कि स्वीकृति राशि 8 लाख 95 हजार का था ,तालाब में बड़ा पत्थरों का चट्टान था ,जिसे फोड़ने के लिए सरपंच जी के द्वारा कई दिनों से खुले आम धड़ल्ले के साथ ब्लास्टिंग करा दिया , कोई डर भय नहीं था,बारूद ब्लास्टिंग करने से किसी का टंकी फूटा हुआ है तो किसी का पानी का गंजी ,तो किसी के छत पर पत्थर भर गया है,जिसकी शिकायत ग्रामवासियों के द्वारा सारंगढ़ एसडीएम को दिया गया था। जिसके बाद सारंगढ़ एसडीएम चंद्रकांत वर्मा के द्वारा जांच के लिए तहसीलदार को आदेशित कर भेजा ।
तो वहीं तहसीलदार महोदय जी के द्वारा शिकायतकर्ता एवं सरपंच, को बुला कर पंचायत भवन बयान लिया गया । सभी ग्रमिढ़ लोग इक्कठा होकर अपना बयान ग्राम पंचायत भवन में दिए ।
वहीं हम तालाब का बात करते हैं,तालाब में एक तिहाई काम हुआ है,आपको तालाब का नजारा बताते हैं जो कि अपना काम आसनी से निकालने के लिए तालाब को हिस्से पर टुकड़ा कर दिया गया है,मनरेगा में मिट्टी का गहरी करण कार्य किया जाता है,लेकिन आपको मिट्टी आस पास तालाब के मेडो पर नहीं दिखाई देगा सिर्फ पत्थर ही दिखेगा। और अगर गहरी करण किया गया है तो तालाब का मिट्टी कहा गया संदेह व्यकत करता है । तालाब पर मौके पर जाकर विश्वकर्मा तहसीलदार महोदय जी एवं पटवारी जायसवाल के द्वारा निरीक्षण किया गया,
हम आपको बता दें कि मनरेगा कार्य में बारूद ब्लास्टिंग किया गया है, गां व के लोग दहस् त में थे कि कहीं लोगो को कुछ अप्रिय घटना न हो जाए ,जब ब्लास्टिंग होता था तो लोगो के धरो में पत्थरो का बारिश होता है,लगभग 10 दिनों तक नित प्रतिदिन साम को ब्लास्टिंग किया जा रहा था। आखिरकार ग्राम पंचायत में बारूद ब्लास्टिंग करने का आखिरकार परमिशन कोन दिया है ,संदेह व्यक्त करता है,
बहरहाल अब देखना यह है,की सारंगढ़ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अब इस सरपंच के उपर क्या कार्यवाही करते हैं,अब देखना यह होगा।
लाइव भारत36 न्यूज़ से सारंगढ़ से रोशन भारद्वाज की रिपोर्ट