शौचालय मामले में शिकायत के बावजूद भी अधिकारी सुस्त। पुर्व सरपंच सचिव द्वारा राशि आहरण किया गया

पीएम मोदी के ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ स्वच्छ भारत मिशन के शौचालय निर्माण में अब घोटाले की परतें खुलने लगी हैं। सारंगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत अमलीपाली ब में इस तरह का महाघोटाला सामने आया है। जहां कईयों के शौचालय का निव तक नहीं रखा गया है एवं दर्जनों शौचालयों को आधा अधुरा निर्माण कर छोड़ दिया गया हैं। लगभग शौचालय तो कागजों में ही बन कर रह गया है। जब सारंगढ़ जनपद पंचायत में सीईओ सत्यव्रत तिवारी थे तब कागजों में बांदे पंचायत को ओडीएफ ग्राम घोषित तो कर दिया है, लेकिन गांव में जाकर हितग्राहियों से मिलने पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। इससे साफ जाहिर होता है की इस गांव में शौचालय निर्माण में किस तरह से भ्रष्टाचार हुआ होगा। अब ग्रामिणों द्वारा पिछले दिनों दिनांक 05/05/2020 को इसका शिकायत जनपद पंचायत सारंगढ़ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं दिनांक 06/05/2020 को अनुविभागीय अधिकारी(रा०) को दिया गया है लेकिन अब तक जांच नहीं हो पाया है। जांच होने पर पूर्व ग्राम प्रधान व सचिव के खेल का पर्दाफाश हो सकता है।

30 लाख से ज्‍यादा धनराशि हुई आबंटित

जिला मुख्यालय से लगभग 65 किमी दूर ग्राम पंचायत अमलीपाली ब की आबादी लगभग दो हजार के करीब है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत यहां पिछले तीन-चार सालों में 250 से अधिक शौचालय आवंटित हुए हैं। विभाग से लगभग 30 लाख से अधिक की धनराशि जारी की गई थी, लेकिन हकीकत में गरीबों को इसका लाभ नहीं पहुंचा। पूर्व ग्राम प्रधान व सचिव ने ही धनराशि का बंदरबांट कर दिया।

यह है सूरतेहाल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो अक्टूबर 2014 को इस अभियान की शुरुआत की थी। ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी नल जल स्वच्छता समिति को मिली। जिसका अध्यक्ष अमलीपाली ‘ब’पंचायत का ग्राम प्रधान था। एक शौचालय पर 12 हजार की शासकीय धनराशि दी गई। लेकिन अमलीपाली ब ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच एवं सचिव को यह राशि भी कम पड़ गई एवं शौचालय निर्माण कार्य को आधा अधुरा ही छोड़ दिया। आज भी हितग्राहियों के अपूर्ण शौचालय में सीट, दरवाजा कहीं छत का अभाव है, तो किसी के शौचालय का नामों निशान तक नहीं है। ऐसे में हितग्राहियों को शौच के लिए बाहर जाने का रास्ता अपनाना पड़ रहा है एवं जिन हितग्राहियों ने शौचालय का निर्माण स्वंम किया है उनको भी शौचालय निर्माण के लिए आबंटित राशि है वह अभी तक प्राप्त नहीं हो पाया है

ग्रामीणों की टीकी आश

ग्रामीणों का कहना है कि पिछले सरपंच का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद भी हमारा शौचालय निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है जिसका शिकायत हमने 6/5/2020 को अनुविभागीय अधिकारी (रा०) एवं 5/5/2020 को जनपद पंचायत सारंगढ़ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिया है। इन्हीं से हमारी आश टीकी है अब देखना यह है कि अनुविभागीय अधिकारी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी क्या कार्यवाही कर पाते हैं।

शौचालय निर्माण पूर्ण न होने से ग्रामीणों को हो रही परेशानी

एक ओर शासन-प्रशासन सभी ओर स्वच्छता बनाए रखने के लिए कई अभियान चला रही है वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत अमलीपाली ब के पूर्व सरपंच एवं सचिव के भ्रष्टाचार के कारण ग्रामीणों को मजबूरी वश शौच के लिए बाहर जाने का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। शौचालय को इज्जत घर भी कहा जाता है और यही इज्जत ग्राम पंचायत अमलीपाली ब में भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गया।

सतधनु सारथी के रिपोर्ट

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