हाथी इलाको में तपकरा हाथी गश्तीदल ऐसे करती है ग्रामीणो को सतर्क और करते है ग्रामीणों की सुरक्षा ।
फरसाबहार :- तपकरा जहां नागलोग के नाम से विख्यात है उसके साथ ही यहां की प्राकृतिक अनुकूलन के कारण जंगली हाथी भी वर्षभर रहते है बताया जाता है कि यहां के वन कर्मचारी प्रतिदिन प्रभावित इलाकों में रात्रि के समय भ्रमण कर सायरन के माध्यम से ग्रामीणों को अलर्ट कर ,ग्रामीणों के जमवाड़ा स्थल में सुरक्षित रहने का उपाय एवं हाथी आने पर क्या करें?क्या न करें बताया जाता है ।
ग्राम खारीबहार के (कदलीमुण्डा) में जब पत्रकार ने आधीरात को हाथी की मौजूदगी जायजा ली तो पता चला की यहां हप्तेभर से 11 हाथियों का विचरण है ।ओडिसा बॉर्डर से लगे गांव होने के कारण रात को ओडिसा एवं दिन को छत्तीसगढ़ के जंगल मे आ जाते है ।
वनविभाग रविवार रात को हाथी गस्ती दल के कर्मचारी श्री नंदकुमार यादव ,दुर्गेशनंदन ,वाहन चालक से सीधी बात की गई तो उन्होंने बताया कि आज की स्थिति में हाथी बरकसपाली ,जमुना ,एवं ओडिशा के सरहद खारीबहार में उपस्थिति है सभी प्रभावित ग्रामों में भ्रमण कर जंगली हाथी से दूरी बंनाने तथा विभाग के नियमो का पालन के लिए ग्रामीणो को हिदायत दिया गया है। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार अभी हाथी ओड़िसा की तरफ चले गए है शोमवार को रात को देखा गया था लेकिन अब नहीं है।
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