कार्यालयों में उपयोग वस्त्र एवं रेडीमेड वस्त्रों की आपूर्ति हेतु छत्तीसगढ़ राज्य में हाथकरघा नोडल एजेंसी
महासमुंद 6 अक्टूबर 2021/ छत्तीसगढ़ राज्य में हाथकरघा उद्योग एक मुख्य कुटीर उद्योग के रूप में स्थापित है। हाथकरघा उद्योग में रोजगार की विपुल संभावनाओं और हाथकरघा बुनाई की समृद्ध परम्परा, हाथकरघा बुनकरों और हाथकरघा उद्योग को और अधिक बढ़ावा देने के लिये शासन द्वारा विभिन्न योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित किये जा रहे है।
छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 60 हज़ार बुनकर एवं 8 हज़ार महिलाओं को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बुनाई एवं सिलाई के माध्यम से रोजगार मिल रहा है। राज्य हाथकरघा संघ द्वारा शासकीय विभाग को लगने वाले लगभग 59 प्रकार के वस्त्रों का उत्पादन किया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से स्कूल गणवेश, बेडशीट, दरी, टाटपट्टी, पर्दा क्लॉथ, बस्ता, क्लाथ, गाज बेंडेज, वर्दी आदि शामिल है। इन उत्पादित वस्त्रों को ज़रूरत के मुताबिक़ सरकारी विभाग में क्रय करने हेतु अनुमोदित किया गया है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के बुनकरों को वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराने हेतु शासकीय वस्त्र प्रदाय योजना लागू की गई है, जिसके तहत् राज्य के समस्त शासकीय विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों में लगने वाले वस्त्र एवं रेडिमेड गारमेंट की पूर्ति छत्तीसगढ़ के बुनकरों के द्वारा उत्पादित हाथकरघा, खादी से वस्त्रों का क्रय करने का अनुरोध सभी विभागों से महाप्रबंधक छत्तीसगढ़ राज्य में हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित ने किया है।
विभागों को वस्त्र प्रदाय के लिए छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित को नोडल एजेंसी अधिकृत किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर से शासकीय वस्त्र क्रय के लिये भण्डार क्रय नियम 2002 के नियम 08 में आवश्यक प्रावधान किये गये है।
लोचन चौधरी की रिपोर्ट…