मितानिन दीदी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर बाटेंगी कृमि नाशक दवा13 से 23 सितम्बर तक चलाया जायेगा अभियान सांसद एवं विधायकों ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया प्रचार रथ
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत् जिले में 13 से 23 सितम्बर तक दस दिवसीय अभियान चलाकर 01 से 19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चां को कृमि नाशक दवा एलबेण्डाजोल (Albendazole ) की गोली मितानिन एवं आगनबाडी कार्यकर्ताओं के द्वारा गृह भ्रमण करके खिलाया जाएगा। जिले में 3 लाख 68 हजार 213 बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। कृमि की दवाई 01 से 02 वर्ष के बच्चों को आधा गोली चुरा करके तथा 02 से 03 वर्ष के बच्चों को 01 पूरी गोली चुरा करके पालकों की उपस्थति में खिलाया जायेगा और 03 से 19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को 01 पूरी गोली चबा कर दवा सेवन करने की सलाह दी गई है।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का आज शुभारम्भ किया गया तथा प्रचार रथ को सांसद मोहन मंडावी, संसदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक शिशुपाल शोरी, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, जिला पंचायत अध्यक्ष हेमन्त ध्रुव, जिला पंचायत सदस्य नरोत्तम पडोटी, कलेक्टर चन्दन कुमार द्वारा हरी झंडी दिखा कर प्रचार-प्रसार के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.एल. उइके, जिले नोडल अधिकारी डॉ. डी. रामटेके, भी उपस्थित थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एल. उइके ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम से सम्बंधित समस्त तैयारियां पूर्ण की जा चुकी है। जिले को कृमि मुक्त बनाने के लिए समस्त विकासखंडां में कार्ययोजना बनाया गया है। बच्चों को दवा खिलाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीम बनाई गयी है। उन्होंने कहा कि कृमि की वजह से बच्चों में कुपोषण व खून की कमी हो जाती है, इस वजह से बच्चों में हमेशा थकावट रहती है, कृमि नाशक दवा खाने से पेट मे पनप रहे कृमि खत्म होंगे। उन्होंने कृमि से बचाव के लिए आस पास की सफाई, नाख़ून छोटे रखना, खुला भोजन नहीं करना, खुले मे शौच नहीं जाना, शौच के पश्चात् हाथ धोना, साफ पानी से फल एवं सब्जियों को धोना इत्यादि सावधानियां बरतने की सलाह दी है। डॉ. उइके ने जिले के समस्त पालकगण एवं जनसामान्य से अपील करते हुए कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम पर अपने परिवार के 01 से 19 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों को ग्राम के मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ के सहयोग से वितरित कृमि नाशक दवा को अवश्य खिलायें।