लौह खनिज नगरी दल्लीराजहरा मे ओलंपिक दिवस मनाया गया।
दल्लीराजहरा:- अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के अवसर पर बालोद जिला खेल संघ के तत्वाधान में दल्ली राजहरा के श्रमवीर चौक पर जिले के विभिन्न खेल संघों द्वारा ओलंपिक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर फ्लाईंग सिख मिल्खा सिंह के निधन पर मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित बालोद जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष एवं नगर पालिका दल्ली राजहरा के अध्यक्ष शीबू नायर ने स्व. मिल्खा सिंह के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि महान एथलीट मिल्खा सिंह ने एथलेटिक की दुनिया में सबसे पहले भारत का नाम रोशन किया । ओलंपिक खेलों की दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धा है जिसमें विश्व के अनेक देशों के खिलाड़ी विभिन्न खेलों में हिस्सा लेते हैं ।
बालोद जिला खेल संघ के अध्यक्ष अनिल खोबरागड़े ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि विश्व में पहली बार 23 जून 1894 यह दिन खेल एवं फिटनेस को समर्पित रहता है । सबसे पहले 23 जून 1948 को ओलंपिक दिवस मनाया गया था । विभिन्न देशों की ओलंपिक समितियां आगे बढ़ो, सीखो और खोजों के तीन आधार स्तंभों के आधार पर ही खेलों का आयोजन करती हैं। ओलंपिक दुनिया भर के खिलाडिय़ों को एक मंच पर इक_ा कर विश्व स्तरीय स्पर्धा करवाने वाले खेलों का महाकुंभ है ।
ओलंपिक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित सुरेश वर्मा , संजय रावत (एथलेटिक), अमित बादल तिवारी (बैडमिंटन ), वी.के.पटले( वांलीबाल) , प्रणब शंकर साहू( जूड़ो) मिलान एस. माइल्स (कराटे) ,अमन यादव( मुएथाई) ज्योति विभार, संजय नाथ( वेटलिफ्टिंग), पार्षद वेंकट राव एवं संतोष पंजवानी ने मिल्खा सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए समस्त खिलाडिय़ों को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस की शुभकामनाएं दी ।
लाइव भारत 36 न्यूज़
ब्युरो चीफ़,जिला बालोद
विकास जैन मित्तल