समय पर नहीं लग रहा वैक्सीन इसका जिम्मेदार कौन- लालू गबेल
शासन प्रशासन की लापरवाही और गलत नीति से वैक्सीनेशन बन गया जी का जंजाल
जांजगीर चांपा- मालखरौदा समाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने कहा की तिथि निकल जाने पर भी दूसरा डोज वैक्सीन नही यह लोगो के जीवन के साथ खिलवाड़ नही तो और क्या है।
इस भयानक महामारी में वैक्सीन पर राजनीति क्यो, क्यो नही लग रहा समय पर वैक्सीन।
दूसरे डोज के लिए भी नही वैक्सीन, नियम से नही लग रहा कोरोना का टीका और भटक रहे लोग।
हर रोज वेक्सीनेशन सेन्टरों में हो रहा विवाद।
कोरोना से बचने वैक्सीन ही एक उपाय है तो आखिर वैक्सीनेशन पर इतना विलम्ब क्यूँ।
जो लगवाना ही नही चाहते उनके लिये सुबह से शाम इन्तेजार और जो लगवाना चाह रहे उनको वैक्सीन आने का इन्तेजार।
यह कैसी विडंबना है जहाँ जीवन और मौत पर भी गरीबी अमीरी का फासला चल रहा।
शासन के राजनीतिकरण के कारण लोग काफी हद तक वैक्सीनेशन पर भ्रमित हो रहें।
आखिर क्यों नही चल रहा युद्धस्तर में वैक्सीनेशन
सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने कहा कि कोरोना से बचने जब वैक्सीन ही एक उपाय है तो आखिरकार सरकार वैक्सीनेशन पर इतना विलम्ब क्यों हो रही है। क्यों जनता के जान पर राजनीति चल रही क्यो वैक्सीनेशन पर इतना गंदा व्यवस्था चला रहे है आखिर क्यों।
सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने कहा कि अभी जो 45 वर्ष से ऊपर वाले अधिकांश लोग भ्रमित होकर वैक्सीन लगवाना ही नही चाहते उनके लिए वैक्सीन सेन्टरों में सुबह से शाम इन्तेजार करने के वावजूद लोग वैक्सीन लगवाने नही पहुँच रहे है। वही 18 वर्ष से ऊपर वाले वैक्सीन के लिए तरस रहे है। जब 18 वर्ष से ऊपर वालो को वैक्सीन लग रहा था तब 45 वर्ष से ऊपर वाले भी काफी संख्या में वैक्सीन लगवाने पहुँच रहे थे जब से 18 वर्ष से ऊपर वालो का वैक्सीनेशन बन्द हुआ है तब से 45 वर्ष से ऊपर वाले लाख प्रयास करने के वावजूद वैक्सीन लगवाने नही आ रहे जिनका सुबह से शाम इन्तेजार हो रहा फिर भी लोग नहीं पहुँच रहे वही 18 वर्ष के ऊपर वाले वैक्सीन के लिए भटककर हर रोज वापस जा रहे।
दूसरा डोज के लिए समय निकल जाने के वावजूद भी लोगो को नियमानुसार वैक्सीन नही लग रहा जो लोगो के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं।
एक तरफ शासन दुनिया भर के नियम बना के चल रही तो दूसरी तरफ खुद के नियम का पालन भी नही करा रही जिससे लोगो के अन्दर वेक्सीनेशन को लेकर अनेकानेक भ्रम उत्पन्न हो रहे है।
इस तरह वैक्सीनेशन पर सरकार की ढुलमुल रवैया सबके समझ से परे है। आखिर लोगो के जीवन के साथ ऐसा खिलवाड़ क्यों किया जा रहा। वैक्सीनेशन के नियम भी आम लोगो के साथ एक भद्दा मजाक है जहाँ 45 से ऊपर वालो के लिए कोई आरक्षण नहीं वही 18 वर्ष से ऊपर वालो के लिए अंत्योदय, बीपीएल, एपीएल और जिनके पास ये तीनो कार्ड नहीं उनका क्या होगा जिनको वापस किया जाता है। इन सब पेचीदा नियम के चक्कर में आये दिन वैक्सीनेशन सेन्टरों में विवाद चलते रहेता है।
मालखरौदा सहित पूरे जांजगीर चाम्पा जिले में वैक्सीनेशन की जो अव्यवस्था चल रही है उससे लोगों में काफी आक्रोश है। जो वैक्सीन 28 दिन बाद पुनः दूसरा डोज लगना है उसके कई दिन गुजर जाने के वावजूद भी वैक्सीन नही लगना काफी चिंतनीय है और लोगो के जीवन के साथ खिलवाड़ भी।
जिस तरह वैक्सीनेशन में अव्यवस्था चल रही है उसका आखिरकार जिम्मेदार कौन है। जो लोगो के विश्वास के साथ साथ उनके जीवन पर भी काफी बड़ा प्रभाव डालकर भ्रमित करा रहे है।
सामाजिक कार्यकर्ता लालू गबेल ने शासन प्रशासन से मांग किया है कि जब वैक्सीनेशन ही कोरोना से बचने एक उपाय है तो वैक्सीनेशन पर गंभीरता से ठोस कदम उठाकर सभी को समय पर युद्धस्तर में वैक्सीन लगवाया जावें और इस महामारी से जनजीवन को राहत दे तथा इस कोरोना के विकराल आपदा पर किसी प्रकार राजनीति न करें।
लाइव भारत 36 न्यूज़ से विजय धिरहे