मालखरौदा के पूर्व ड़ा • संतोष पटेल ने मानवता के मिशाल पेस की
जांजगीर चांपा- मालखरौदा मानवता का मिसाल है डा़ संतोष पटेल संघर्षशील व्यक्तित्व के धनी एक सामान्य परिवार ग्राम अमलडीहा पेंड्रा गांव के निवासी किसान के बेटे ने अथक प्रयासों से एम .बी. बी.एस. डॉक्टर बने समाज के गर्व है वह प्रथम नियुक्ति घर से 500 किलोमीटर दूरी की बालोद जिला लग भग 5 वर्ष से ऊपर नौकरी करने के बाद स्वयं के ब्यय से स्थानतरण पत्थलगांव जिला जसपुर से 200 किलोमीटर दूर लगभग 3 वर्ष नौकरी करने के बाद स्वयं के ब्यय से स्थानांतरण करा कर मालखरौदा आये 1 वर्ष ही नहीं हुआ था कि कुछ असामाजिक तत्वो का निगाहें उन पर पड़ा कि 1 वर्ष में लगभग 3 बार स्थानांतरण का प्रयास किया गया अतः मे सफलता शासन एवं सत्ताधारी नेताओं को विधायक मंत्रियों के सहयोग से मेरा स्थानांतरण मे सफल हो गये लेकिन मालखरौदा के जनता की सत प्रतिशत मेरा कमी महसूस हुई क्योंकि डॉक्टर संतोष पटेल 24×7hx सेवारत मृदु भाषी सिनियर कर्तव्य पुर्ण डाँं.थे मालखरौदा की जनता आज उनके जाने पर बेसहारा लाचार हो चुके हैं उन्होंने स्थानांतरण के बाद भी,chl मालखरोदा के
जनता की लगातार चार माह तक सेवा दिया वह उनके लिए उसके डभरा में निशुल्क स्वस्थ क्लीनिक खोलते हुए सप्ताह में 1 दिन रविवार को स्वस्थ कैंप लगाकर सेवा कर रहे थे जिस से दवाई इंजेक्शन एव खून पेशाब की जांच फ्री होता था आज लगभग 8 माह हो गया सरकार से एक रुपए तनख्वाह नही लिया है डा• संतोष पटेल के द्वारा आज कोरोना काल मे भी कोविड़ मरीजो को भी हर समय घर जाकर इलाज व देखरेख निशुल्क भाव से कर रहे है उनका कहना है मुझे कोई भी कोविड़ मरीज के परिवार फोन कर बुलाते है तो मै बिल्कुल जाउंगा । तथा ड़ा • संतोष पटेल 12 मई को एस डीएम सक्ती को ज्ञापन दिया है की मेरा शासन द्वारा अभी कोरोना काल मे किसी भी कोविड़ हास्पिटल मे भेज दे मै निशुल्क भाव से 24 घंटा ईलाज व सेवा करुगा उनके द्वारा एस डी एम सक्ती के माध्यम से शासन प्रशासन व सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जिला कलेक्टर जिला स्वाथ्य अधिकारी क्षेत्रीय विधायक को ज्ञापन दिया है ।
लाइव भारत 36 न्यूज से विजय धिरहे