जिला एवं जनपद पंचायत के विभिन्न मदों की शेष राशि को कोरोना महामारी से निपटने उपयोग में लाया जाए -विश्वजीत बेहरा
कांग्रेस नेता विश्वजीत बेहरा ने महासमुंद कलेक्टर डोमन सिंह को पत्र लिखते हुए कहा है की कि आज देश,राज्य,जिला कोरोना महामारी से पीड़ित है!मेडिकल संशाधनों की कमी दृष्टिपात हो रही है,आठ विगत वर्षों से जनपद पंचायत/जिला पंचायत के सुचारू संचालन हेतु सीईओ पद की स्थापना की गई है,ताकि संस्था अधिनियमानुसार संचालित हो सके।
ज्ञात हो कि जनपद पंचायत एक ग्रामीण अभिकरण की निगरानी संस्था है इस संस्था को प्राप्त राशि ग्रामीण विकास निहित है। किंतु किसी न किसी स्वार्थ वस सीईओ द्वारा अधिनियम को अमान्य कर जनपद बैठकों में पारित अवैधानिक प्रस्ताव के आधार पर संचालित होना दृष्टिपात हो रही है,अतःविगत वर्षों से जनपद पंचायत/जिला पंचायत के सुचारू संचालन हेतु सीईओ पद की स्थापना की गई है,ताकि संस्था अधिनियमानुसार संचालित हो सके मद 13वा वित्त मद 15 वां वित्त मद आदि ऐसे बहुत सारे मदों के पैसे से जनपद क्षेत्रान्तर्गत किसी भी ग्राम पंचायत को कार्य एजेंसी बना कर संचालित किए जाते रहे हैं।
जो आर्थिक अनियमितता,एवं घोर आपत्तिजनक है।
उसी परिपेक्ष में आज आपदा काल मे जनपद पंचायतों में विभिन्न मदो का ब्याज की राशि विभिन्न मदो का रिकवरी राशि जनपद स्तरीय 13 वां,15 वां वित्त राशि जनपद सशक्तिकरण का शेष राशि -SBM मद का आकस्मिक मद,स्वामी विवेकानन्द युवा प्रोत्साहन मद ,मनरेगा का आकस्मिक मद ऐसे मदो के राशियों का जनपद पंचायतों के बैठकों में प्रस्ताव पारित कर उक्त राशियों का उपयोग में लाया जा सकता है,ज्ञात हो मनरेगा का आकस्मिक मद पंचायत के तीनों अभिकरणों में %में बंटा हुआ है किंतु पूर्ववर्ती सरकार के समय से ग्राम पंचायतों को नही दिया जा रहा है जो करोड़ो रु में होंगे!
ज्ञात हो कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी विभिन्न मद के राशि को व्यय हेतु गाइड लाइन जारी किया जाता है जिसमे युवा प्रत्साहन,चिकित्सा स्वास्थ्य, खेल कूद साफ सफाई पेयजल ,अधोसरंचना निर्माण कार्य समाहित रहता है चिकित्सा स्वास्थ्य के अंतर्गत खर्च किया जाना अधिनियम है।
विश्वजीत बेहरा ने कलेक्टर महोदय से पत्र लिखकर अनुरोध करते हुए मांग की है कि महामारी से निपटने हेतु मेडिकल संशाधनों की आपूर्ति किया जावे।
लोचन चौधरी की रिपोर्ट….