कलेक्टर ने किया जिला और कोविड अस्पताल का औचक निरीक्षण
बीमारी से बचाव और राहत की व्यवस्था की ली जानकारी
कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने आज शाम जिला अस्पताल और कोविड अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने कोरोना बीमारी की रोकथाम और उपचार के लिए किए जा रहे स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों, बिस्तरों की उपलब्धता, आक्सीजनेटेड बेड,आईसीयू, वेंटीलेटर, धनात्मक मरीजों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, होम आइसोलेशन सहित अन्य विषयों की जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.डी.के.तुर्रे से ली। उन्होंने इस मौके पर सख्त निर्देश दिए कि आॅक्सीजनेटेड बेड में केवल ऐसे ही मरीजों को भर्ती कराया जाए, जिनका आॅक्सीजन लेवल 93 प्रतिशत अथवा उससे कम हो। जिन मरीजों के पास स्मार्ट कार्ड उपलब्ध है, उन्हें सबसे पहले जिले के अनुमति प्राप्त चिन्हांकित निजी अस्पतालों में भर्ती कराने पर जोर दिया।
कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि विकासखण्ड कुरूद स्थित पीटीसी और नगरी के पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित 50-50 बिस्तरयुक्त कोविड केयर सेंटर को भी आॅक्सीजनेटेड बेड के लिए तैयार किया जाए, ताकि स्थानीय मरीज संबंधित अस्पतालों में इलाज करा सकें। साथ ही धमतरी, नगरी, कुरूद में सर्वसुविधायुक्त प्री मैट्रिक छात्रावासों को चिन्हांकित कर उन्हें आइसोलेशन सेंटर के रूप में उपयोग में लेने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने जोर दिया कि वहां ऐसे मरीजों को ही रखा जाए, जिनका ऑक्सीजन लेवल 93 प्रतिशत अथवा उससे अधिक हो। किसी भी सूरत में 93% से कम ऑक्सीजन लेवल के मरीज वहां नहीं रहेंगे बल्कि उनको अस्पताल में तत्काल भर्ती कराने की व्यवस्था करनी होगी। इस मौके पर डाॅ. तुर्रे ने बताया कि वर्तमान में जिले में दस वेंटिलेटर हैं, शासन से पांच और प्राप्त हो रहे हैं तथा पांच वेंटीलेटर दानदाताओं अथवा डीएमएफ के माध्यम से जल्द प्राप्त करने का प्रयास है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में कुल एक हजार आॅक्सीजनेटेड बिस्तर की व्यवस्था करनी है, फिलहाल 500 आॅक्सीजनेटेड बिस्तर हैं और 50 सिलेण्डरयुक्त आॅक्सीजनेटेड बिस्तर उपलब्ध हैं तथा 60 आई.सी.यू. बेड हैं। इस मौके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मयंक चतुर्वेदी भी कलेक्टर के साथ मौजूद रहे।
Reported by Subham Sourabh sahu