पर्यटन विकास से मिलेगी स्थानीय विकास को गति
कांकेर खबर
मुख्यमंत्री ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे कार्यो के संबंध में लोकवाणी में कहा कि प्रदेश में एक दौर ऐसा आया था, जब पर्यटन को कुछ प्रचलित केन्द्रों में ही समेटकर रखने और मॉल कल्चर में ढालने के प्रयास हो रहे थे। दुनिया में अपनी प्राचीन धरोहरों को सहेजने और प्राकृतिक सुन्दरता के स्थानों में अधोसंरचना के विकास के प्रयासों को सराहा जाता है। लेकिन छत्तीसगढ़ में ऐसा नहीं हो रहा था, इसलिए हमने पर्यटन विकास की संभावनाओं को बहुत बड़े फलक में आकार देने का प्रयास किया है। इस क्रम में जशपुर जिले के सरना-बालाछापर तथा
कोइनार-कुनकुरी में, बिलासपुर जिले के कुरदर में, कोण्डागांव जिले के धनकुल में, कांकेर जिले के नथिया नवागांव में एथनिक रिसॉर्ट, सरगुजा जिले के महेशपुर में साइट एमेनिटी का विकास किया जा रहा है। सिरपुर को ऐतिहासिक बौद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विश्व के मानचित्र में स्थान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। वाटर टूरिज्म तथा एडवंेचर टूरिज्म के लिए कोरबा जिले के सतरेंगा, धमतरी जिले के मेडम सिल्ली डेम जिसका नामकरण हमने बाबू छोटे लाल श्रीवास्तव के नाम पर किया है तथा रविशंकर डेम गंगरेल, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के मलानिया जलाशय, कांकेर जिले के दुधावा जलाशय, महासमुन्द जिले के कोडार डेम, बिलासपुर जिले में संजय गांधी जलाशय खुंटाघाट-रतनपुर में अधोसंरचना का विकास किया जा रहा है।
कांकेर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत ईरादाह में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के लोकवाणी कार्यक्रम में सरपंच दीपक कुमार नेताम, उप सरपंच मनउ राम थप्पा, वार्ड पंच उर्मिला कुरेटी, श्रीमती कुमारी कोर्राम, करारोपण अधिकारी आर.एस. राठौर, सचिव राधिका कुंजाम, सचिव कांकेर चिंताराम यादव, रोजगार सहायक मनीषा जैन, विजय रामटेके, ग्रामीणजन उमेल कोरेटी, सुखनाथ कावड़े, दुआरू राम कोरेटी, रामानंद कुमेटी, सोमनाथ कोरेटी और बुधराम कुंजाम उपस्थित थे।
लाइव भारत36 न्यूज़ से विनोद साहु