छपोरा के झोलाछाप डॉक्टर मोहन लहरें ने फिर शुरू कर दिया अपना कारोबार
महीनों पहले मालखरौदा बीएमओ ने किया था क्लीनिक को सील
छपोरा के झोलाछाप बंगाली डॉक्टर कर रहे हैं जिम्मेदार अधिकारियों को भटकाने की कोशिश
मालखरौदा। जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा क्षेत्र के ग्राम पंचायत छपोरा में झोलाछाप डॉक्टर के हौसले बुलंद है क्लीनिक को एक बार सील किया जा चुका है फिर भी झोलाछाप डॉक्टर ने अपना अड्डा किसी दूसरे जगह बना लिया है वहां पर झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहा है आपको बता दें कि पिछले दिनों मालखरौदा बीएमओ द्वारा छपोरा के मोहन लहरें
झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक को सील किया गया था सील किया जा चुका था फिर भी झोलाछाप डॉक्टर के हौसले इतने बुलंद है की अपना कारोबार वहां से कुछ ही दूर मैं फिर से चालू कर दिया है आखिर इन झोलाछाप डॉक्टरों को कौन दे रहा है संरक्षण जो मालखरौदा क्षेत्र में इतने सक्रिय हैं जो कोई भी अधिकारी इन पर कार्यवाही करने से डर रहे हैं कुछ दिन पहले ही हसौद क्षेत्र के नरियारा ग्राम पंचायत की एक महिला की जान चली गई फिर भी जिम्मेदार अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है लगातार मामलों में शिकायत भी की जा रही है लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को इस पर संज्ञान लेने के बजाय कुभकरण के भांति नींद में सोए हुए हैं जिम्मेदार अधिकारी कोई बड़ी घटना नहीं होती तब तक होस में नहीं आता लेकिन अभी का ताजा मामला हसौद का है जहां एक महिला को अपना जान खोना पड़ गया एक बंगाली डॉक्टर के कारण जिस पर स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं और मामले को दबाने की प्रयास कर रहे हैं आखिर कब तक इन झोलाछाप डॉक्टरों के कारण ग्रामीणों की जान जाती रहेगी अब देखना यह होगा कि इस झोलाछाप डॉक्टर मोहन लहरे के मामले में संज्ञान लेते हैं। या नहीं आपको यह भी बता दें कि छपोरा के बंगाली डॉक्टर ने अभी क्लिनिक को बंद कर मेडिकल में बैठ रहे हैं बंगाली डॉक्टर फिर से जिम्मेदार अधिकारियों को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं अब कोई भी पत्रकार जा कर जानकारी ले रहे हैं तो उनको बोला जा रहा है कि मैं अब किसी। का इलाज नहीं कर रहा हूं मैं सिर्फ मेडिकल में रहता हूं
लाइव भारत 36 न्यूज़ से विजय धिरहे