छत्तीसगढ़ पटवारी संघ , जिला शाखा जशपुर ने विधायक श्री विनय भगत जी को सौंपा ज्ञापन, नौ सूत्रीय मांग को लेकर चल रहे हड़ताल के संबंध में ।आगे पढ़िए पूरि ख़बर ?
राजस्व पटवारी संघ छ.ग. जिला शाखा जशपुर ने विधायक श्री विनय भगत जी को सौंपा ज्ञापन राजस्व पटवारी संघ छ.ग. के जिलाध्यक्ष प्रवीण तिर्की के नेतृत्व में पटवारियों के नौ सूत्रीय मांग को लेकर चल रहे हड़ताल के सबंध में ज्ञापन सौंपा । जिला अध्यक्ष ने बताया कि हम पटवारी किसानों और शासन के समस्त काम को सम्पन्न करके हड़ताल पर जाने को मजबूर हुये हैं । नौ मांगो में से कई मांग की फाईल विगत कई वर्षो से मंत्रालय में अटकी पड़ी है । राजस्व विभाग का समस्त काम आनलाईन चल रहा जिसके लिये कम्प्यूटर , प्रिंटर , स्केनर आदि की आवश्यकता पड़ती है । शासन ने प्रत्येक तहसील में दो से चार कम्प्यूटर ही दिया है , मजबूरन पटवारी अपने वेतन के राशि से लेपटाप और नेट पैक की व्यवस्था कर शासन का काम करने को विवश है । जबकि शासन ने मांगो को सही मानते हुए बजट में लैपटाप का प्रावधान किया था । इसी तरह नेट भत्ता प्रति माह एक हजार रू . को उचित मानते हुए संचालक भू – अभिलेख से फाईल चली किन्तु आज तक आदेश जारी न हो सका । इसी तरह विभागीय कार्य में गलती होने पर सीधे थाने जाकर प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रथा सामान्य हो गयी है , जिसके संबंध में पुलिस महानिरीक्षक महोदय रायपुर के द्वारा एक सप्ताह में विभागीय जांच पश्चात् प्राथमिकी पर कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया था । संघ यह मांग करता है कि पुलिस महा निरीक्षक के निर्देशो को सामान्य प्रशासन विभाग जारी करे । संघ के जिला अध्यक्ष प्रवीण तिर्की ने यह भी बताया कि पटवारी का पद ऐसा है जो पटवारी के पद पर ही सेवा निवृत्त हो जाता है । इस संबंध में शासन ने 20 वर्ष सेवा या 45 वर्ष उम्र के आधार पर पदोन्नति का प्रावधान किया था जिसका कुछ वरिष्ठ पटवारियों को लाभ भी मिला बाद में इस प्रावधान को भी बंद कर दिया गया । बहुत से वरिष्ठ पटवारी आज नायब तहसीलदार का वेतन ले रहे परन्तु दुर्भाग्य की बात है कि वे आज पटवारी के पद पर ही कार्यरत उभारी : य लेश्वर . 7 . जिला अध्यक्ष ने आगे बताया की वर्ष 1959 में पटवारियों के लिये नियमावली बनाया गया था जिसमें पटवारी को मुख्यालय में रहना अनिवार्य था जो उचित था क्योकि उस समय सड़क और संचार की व्यवस्था नहीं थी । तब प्रशासन का प्रतिनिधि के तौर पर पटवारी को मुख्यालय में रहना सही था । आज जब समय साथ परिवहन एवं संचार व्यवस्था विकसित हो चुकी है । तब मुख्यालय में रहने की बाध्यता कोई आवश्यक नहीं।अतः अन्य कर्मचारियों की भांति पटवारियों को भी अपने तहसील क्षेत्र के दायरे में रहने की स्वतंत्रता हासिल हो ।
जिला अध्यक्ष ने यह भी बताया कि हमें 250 रू यात्रा भत्ता दिया जाता है जिसमें आज 3 लीटर पेट्रोल आता है जो बमुश्किल 4 से 5 दिन ही चलता है , महिने के बाकी दिन पटवारी अपने परिवार का पेट काटकर पेट्रोल भराता है ऐसे में संघ मांग करता है की एक हजार रू मासिक यात्रा भत्ता दिया जाये । इसी तरह वेतन विसंगति के बारे में उन्होने बताया कि नये पटवारी भी 2400 ग्रेड पे का लाभ ले रहे हैं और वरिष्ठ पटवारी 2200 ग्रेड पे पर काम कर रहे हैं जबकी वरिष्ठ पटवारियों को भी 2400 ग्रेड पे का लाभ दिया जाना चाहिये ।
लाइव भारत 36 न्यूज़ जशपुर से जिला अस्सिस्टेंट ब्यूरो धनी राम यादव