” सारंगढ़ मे महतारी वंदन योजना फ़ार्म भराना भाजपा को पड़ा भारी”
भाजपा प्रत्याशी शिवकुमारी सारधन चैहान को चुनाव रिटर्निंग ऑफिसर का मिला नोटिस
24 घंटे के भीतर संतोषजनक जवाब नही मिलने पर होगी कार्रवाई..!
सारंगढ़: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 मे प्रचार प्रसार अपने चरम सीमा पर है, ऐसे मे सारंगढ़ भला कैसे अछूता रह सकता है। राजनितिक विश्लेषक सारंगढ़ की राजनीति मे काफी दिलचस्पी रखते है क्योंकि अभी तक इस विधान सभा मे जनता के मूड का सटीक पूर्वनुमान कभी भी नही किया जा सका है।
वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए सारंगढ़ मे सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही संभावित है जहाँ भाजपा ने अपने प्रत्याशी के तौर पर शिवकुमारी सारधन चौहान को उतारा है वहीं, कांग्रेस ने सारंगढ़ जिला निर्माण के लिए अपने विधायक पद को दांव मे लगाने वाली विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े की लोकप्रियता पर पुनः विश्वास जताया है।
भाजपा मे टिकट के दर्जनों दावेदार के बीच परम्परागत सतनामी सीट माने जाने वाली सारंगढ़ मे सतनामी समाज को दरकिनार करते हुए शिवकुमारी चौहान को अपना प्रत्याशी नियुक्त कर चौकाने का प्रयास किया है, जिससे नाराज़ होकर वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज लहरे और युवा पदाधिकारियों ने पार्टी से त्यागपत्र भी दिया जो विगत दिनों मीडिया की सुर्खियां भी बनी थी।
सारंगढ़ विधान सभा चुनाव मे पुरी तरह बैक फुट मे नज़र आने वाली भाजपाईयों मे “संकल्प पत्र” जारी होने के उत्साह कुछ उत्साह का संचार हुआ। स्वयं को प्रचार मे पीछे देख भाजपा नेताओं ने संकल्प पत्र मे महतारी वंदन योजना को अपनी संजीवनी समझ महिला वोटर को रिझाने के उद्देश्य से बिना चुनाव नतीजा आये घर- घर बिना महतारी वंदना फ़ार्म भराना भी प्रारम्भ कर दिया था। अति उत्साह से आकर एक वरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक प्रत्याशी के प्रबल दावेदारों मे से एक नेता ने समाचार पत्र मे तो बकायदा खबर भी प्रकाशित करा दिया कि महतारी वंदन योजना “विधान सभा मे गेम चेंजर साबित होगी”। लेख मे अरविंद हरिप्रिया द्वारा बकायदा कहा गया कि भाजपा सभी पोलिंग बूथ मे फार्म भेज चुकी है, और कार्यकर्ता फार्म को भरकर जमा करा रहे हैँ, और महिलाएँ 1200 ₹ पाने के लिए फार्म भरकर जमा भी कर रही हैँ। भाजपा और उनके नेता इस बीच ये भी भूल गए कि सारंगढ़ सहित पूरे प्रदेश मे आदर्श आचार संहिता लागु है।
कांग्रेस ने जताई आपत्ति –
सारंगढ़ मे किसान, युवा शक्ति, जिला निर्माण सहित अन्य योजनाओं मे आदर्श आचार संहिता नियम का पालन कर अपने विगत 05 वर्षो मे किये गये विकास के दम पर चुनाव लड़ रही कांग्रेस को जब भाजपा नेताओं के उक्त कृत्य कि जानकारी हुई तो उन्होंने ठोस सबूत के साथ चुनाव रिटर्निंग ऑफिसर को इसकी लिखित शिकायत कि और कठोर कार्रवाई की मांग भी की।
रिटर्निंग ऑफिसर ने माना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन, 24 घंटे के भीतर मांगा जवाब –
सारंगढ़ मे आदर्श आचार संहिता लागु होने के दौरान बिना चुनाव जीते घर घर जाकर महिलाओं को 12 हज़ार का प्रलोभन देने की बात और स्थानीय समाचार पत्र मे लेख को आधार मान शिकायत पर जांच की तो शिकायत की पुस्टि हुई जिसपर भाजपा प्रत्याशी शिवकुमारी सारधन चौहान को नोटिस जारी कर मात्र 24 घंटे मे जवाब माँगा है, जवाब यदि संतोषप्रद नही पाया गया तो कार्यवाही की बात भी नोटिस मे कही गई है।
सारंगढ़ कि माता बहनें उत्तरी के साथ – गणपत जांगड़े
चुनाव मे सबसे शक्तिशाली जनता जनार्दन होता है, भाजपा ने जिस तरह सारंगढ़, प्रदेश और देश मे एक साथ सत्ता मे रहकर भी सारंगढ़ की जनता को जिले के नाम से छला वो जनता पुरी तरह जान चुकी है। जिले का विरोध करने वाले नेताओं के दम पर भाजपा चुनाव जीतना चाहती है जो असंभव है, कुछ नेता सारंगढ़ जिले का भूगोल बदलने की अशोभनीय बाते कह रहे हैँ उन्हे ज्ञात नही “जब तक सुरज,चाँद और पृथ्वी रहेगी सारंगढ़ भी रहेगा”।
अपने को चुनाव मे हारता देख महिलाओं को लालची समझकर भाजपा वालों ने ओछी हरकत की है जो की माफ़ी के काबिल नही है, लेकिन सारंगढ़ कि माता बहनें उत्तरी के साथ थे, हैँ और रहेंगे। चुनाव आयोग को प्रलोभन देकर आचार संहिता के उल्लंघन करने वालों पर जल्द ही कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। रही बात सारंगढ़ विधान सभा मे जीत की तो उत्तरी जांगड़े का सिर्फ नाम है चुनाव तो हमारे कार्यकर्ता लड़ रहे हैँ, और जीत भी सारंगढ़ को विकासगढ़ बनाने वाली जनता की होगी।