फरसाबहार

हेडिंग – जनपद पंचायत फरसाबाहर के अधिकतर ग्राम पंचायत लिख रही भ्रस्टाचार की नयी गाथाएं। अधिकारी साप्ताहिक मीटिंग लेने मे व्यस्त। इस पंचायत का हाल जानने के लिए पढ़िए पूरी…..

जिले के जनपद पंचायत फरसाबाहर के ग्राम पंचायतों का हाल इन दिनों खस्ताहाल हो रखा है, जहां नजर घुमाइये वहीं भ्रष्टाचार अपनी गाथा गाती हुई नज़र आ रही है। चाहे वह शासकीय भवनो मे लगे टेप नल की बात हो जहां उद्देश्य की पूर्ति ही गायब हो या फिर भूपेश शासन की महत्वकांक्षी गोठान योजना हो, अधिकारिओं की मानिटारिंग के बिना सारा योजना धरातल पर अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ता नज़र आ रहा है । ताज़ा मामला जनपद पंचायत फरसाबाहर के ग्राम पंचायत हेंठगीचा का है जब लाइव भारत 36 की टीम धरातल पर पहुँच कर ग्रामीणों से हाल चाल जानने का प्रयास किया तो भ्रस्टाचार अपनी कहानी बयां करने लगी। कई आंगनवाड़ी की भवने अपने छत पर 1000-500 लीटर पानी टंकी का बोझ उठाये खड़ी है

लेकिन दुःख इस बात का है की सारी टंकी खाली है। ग्राम पंचायत हेंठ गीचा के पंचायत भवन मे ही टेप नल योजना दम तोड़ती नज़र आ रही है जो ना तो पंचायत सचिव को दिखाई दे रही है और ना ही अधिकारिओं को जो अपनी अच्छी मानिटारिंग का दम्भ भरते फिरते है। जब हमने गोठान का हाल जानने का प्रयास किया तो पता चला की पुरे गोठान मे एक बोरिंग है जो पिछले कई महीनों से बंद पड़ा है और मज़े की बात यह है की बोरिंग मे बोर मशीन के नाम से राशि भी आहरण की गयी है। अब यह बिडम्बना ही कहें की जिस गोठान मे पिछले कई महीनों से पानी का आकाल हो वहां गोबर मे नमी किस प्रकार रखी जा रही होगी और केंचूवा किस प्रकार जिन्दा रह सकता है। इसके बावज़ूद इस गोठान से वर्मी कैम्पोस्ट बेचा जा रहा है। जिससे यह आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस प्रकार के गोठानो से वर्मी कम्पोस्ट की जगह गोबर का डस्ट का उत्पादन किया जा रहा है।

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