कोरबा

मिठाई और स्टेशनरी घोटाला : रतखंडी सरपंच- सचिव ने कोरोना काल में भी राष्ट्रीय पर्व पर बांटी 30 हजार की मिठाई, दो माह में 33 हजार स्टेशनरी क्रय पर भुगतान


कोरबा/पाली:- पाली जनपद अंतर्गत मूलभूत, 14वें एवं 15वें वित्त मद की राशि का मनमाने दुरुपयोग करने वाले रतखंडी के भ्रष्ट्र सरपंच- सचिव के काले कारनामे परत दर परत कर सामने आ रहे है। जहां विगत वर्ष 2020 में भीषण कोरोना काल के दौरान भी राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी व 15 अगस्त में 30 हजार की मिठाई ग्राम के स्कूली बच्चों व ग्रामीणों को इन्होंने बांटी है। इसके अतिरिक्त दो माह में 33 हजार की राशि स्टेशनरी क्रय के नाम पर भुगतान किया गया है।

ग्रामीण जनता की बुनियादी सुविधाओं के लिए शासन से जारी पंचायत मद की राशि का बेखौफ दुरुपयोग करने वाले ग्राम पंचायत रतखंडी के सरपंच बाबूलाल ने सचिव के साथ मिलकर बीते 2020 कोरोना भीषण आपदा काल के दौरान 26 जनवरी एवं 15 अगस्त पर 14वें वित्त से गांव में 30 हजार का मिठाई वितरण किया है। तथा जिस प्रतिष्ठान से इन्होंने 26 जनवरी में मिठाई खरीदी की है उसके बिल अनुसार 180 के दर पर 60 किलो सेव- बूंदी 10 हजार 08 सौ एवं 04 हजार का 25 किलो मिठाई खरीदा गया है। इसी प्रकार 15 अगस्त में भी एक अन्य प्रतिष्ठान से इन्होंने मिष्ठान खरीदी की है जिस बिल में मिठाई 05 किलो- 1800 रुपए, मिक्चर 10 किलो- 2000, सेव 20 किलो- 4000, बूंदी 20 किलो 3600, 400 पीस समोसा 2800, 02 पेटी पानी बॉटल- 500 एवं 300 रुपए का नास्ता प्लेट, गिलास सहित राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी, 15 अगस्त 2020 पर कुल 30 हजार की मिठाई खरीदी सरपंच- सचिव ने ग्राम में वितरण हेतु किया है। इस बाबत यहां के ग्रामीणजनों से जानकारी चाहने पर उन्होंने बताया कि कोविड19 संक्रमण के दस्तक को लेकर सभी ओर त्राहिमाम मचा हुआ था। जिस दौरान सभी कामकाज सहित शिक्षण संस्थान भी पूर्ण रूप से बंद था और समस्त प्रकार के आयोजनों पर रोक रहने के साथ ही लोगो का घरों से निकलना भी बंद था। तब पंचायत की ओर से उन्हें पच्चीस पैसे का चाकलेट भी नसीब नही हुआ है। ऐसे में 30 हजार की मिठाई आखिर किसको बांटी गई.? ग्रामीणों ने सरपंच- सचिव के इस कारगुजारी को लेकर सवाल उठाया है। इसके अलावा स्टेशनरी खर्च के नाम पर भी सरपंच- सचिव ने भ्रष्ट्राचार को अंजाम दिया है। जहां महज दो माह में स्टेशनरी खरीदी पर 33 हजार 07 सौ 64 रुपए का भुगतान किया है। जिसमे बाउचर की तिथि 27 अप्रैल 2020 को 10500 रुपए, 28 अप्रैल को 10500 और 22 मई को 12764 हजार की राशि का 14वें वित्त खाते से भुगतान का उल्लेख है।

बता दें कि सरपंच- सचिव द्वारा जनपद अधिकारियों की मौन सहमति से पहाड़जमड़ी स्थित प्राथमिक शाला छत मरम्मत की आड़ में भी 14वें, 15वें वित्त से 03 लाख 22 हजार 02 सौ 80 रुपए की राशि चार अलग- अलग तिथि में निकाल वारा- न्यारा किया है। इसी प्रकार गांव में गौठान निर्माण के लिए अबतक जगह का चयन नही होने के बावजूद एक वर्ष पहले गौठान कार्य सामाग्री क्रय के नाम पर 50 हजार 01 सौ 60 रुपए की राशि निकालकर बंदरबांट की गई है तथा ग्रामीणों को न दिखने वाले उस गौठान में वर्तमान 02 लाख के बोर मशीन कार्य भी कराया जा रहा है। सरपंच बाबूलाल ने सचिव से सांठगाठ व मिलीभगत कर नलजल योजना, भवन मरम्मत कार्य व साफ- सफाई, सहित ग्राम की जनता को विभिन्न बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने तथा निर्माण कार्यों के नाम पर भी मूलभूत, 14वे एवं 15वें वित्त मद के लाखों की राशि का मनमाने दुरुपयोग किया और अधिकतर कार्य कागजों में कराकर राशि निकाली गई तथा जो काम कराए भी गए उन कार्यों की उतनी लागत नही जितनी मनमाने तरीके से राशि निकाली गई है। ग्रामीणों ने सरपंच बाबूलाल के अबतक कार्यकाल में कराए गए समस्त कार्यों की अपेक्षित जांच की मांग संबंधित अधिकारियों से की गई है।

लाइव भारत 36न्यूज से बोधन चौहान

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