आजादी का अमृत महोत्सवकृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को उर्वरक के प्रयोग, लाभ तथा खरीदी के बारे में दी जानकारी
महासमुंद 05 अक्टूबर 2021/ कृषि विज्ञान केन्द्र, भलेसर महासमुन्द में सोमवार 04 अक्टूबर को आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत उर्वरकों में प्रत्यक्ष लाभ हस्ताक्षरण (डी.बी.टी.) प्रणाली का पांच वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उर्वरक जागरूकता कार्यक्रम एवं कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के अनेक किसान शामिल हुए। इस दौरान कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को उर्वरक का संतुलित मात्रा में उपयोग करने तथा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डी.बी.टी.), पी. ओ. एस. एवं डिजीटल ट्रांजेक्शन के द्वारा उर्वरकों की खरीदी के बारे में जानकारी प्रदान की गई तथा इसका उपयोग मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर ही करने की सलाह दी गई। जिससे कि पौधों को सहीं मात्रा में पोषक तत्व मिलने के साथ ही उसका वातावरण एवं मनुष्यों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर ना पड़े। इसके लिए खेतों में रासायनिक खाद का उपयोग कम करने तथा जैविक खाद का उपयोग अधिक से अधिक करने की सलाह दी गई।
कृषि वैज्ञानिकों ने उर्वरकों के उपयोग से फसलों पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव, मृदा स्वास्थ्य सुधार एवं फसल पोषण में मिट्टी परीक्षण का महत्व, पोषक तत्व की दक्षता बढ़ाने के लिए खाद एवं उर्वरकों के मिले-जुले प्रयोग, फसल प्रणाली में दलहनी फसलों के समावेश से लाभ, समन्वित पोषक तत्व के लाभ, जैव उर्वरको के प्रभावी उपयोग, जैव उर्वरकों द्वारा बीज उपचार, हरी खाद का उपयोग, गोबर खाद, केंचुआ खाद, नाडेप कम्पोस्ट का उपयोग, नत्रजन, पोटाश, द्वितीयक एवं सूक्ष्म पोषक तत्व के संतुलित उपयोग एवं ड्रिप फर्टीलाईजेशन से ऊर्वरकांे की दक्षता में वृद्धि इत्यादि विषयों पर जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में जिले के 67 किसान उपस्थित हुए। किसानों ने कृषि से संबंधित आशंकाओं को कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा के दौरान सामने रखा जिसमें धान्य फसलों में लगने वाले कीट एवं रोग, उद्यानिकी फसलों की खेती, रबी के मौसम में दलहनी व तिलहनी फसलों की उन्नत खेती, पोषक तत्व एवं सिंचाई प्रबंधन, आगामी मौसम में आने वाले परिवर्तन के बारे में विशेषज्ञों द्वारा समाधान किया गया। कृषि एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों द्वारा विभाग में कृषकों के लिये चलने वाली लाभकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर इण्डोरामा फर्टिलाइजर के जनरल मैनेजर श्री पुरुषोत्तम पाण्डे, कृषि विज्ञान केन्द्र, महासमुन्द से श्री एच.एस. तोमर, डॉ. साकेत दुबे, श्रीमती रजनी धर्मेन्द्र अगाशे, श्री कुणाल चन्द्राकर, इं. रवीश केशरी, श्री दीपांशु मुखर्जी, श्री एस.एम. अली हुमांयूँ, एवं डॉ सत्येन्द्र गुप्ता, कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग महासमुन्द से प्रभारी उप संचालक, श्री अमित मोहंती, सहायक संचालक श्री उमेश सिंह तोमर एवं श्री मनोज पटेल उपस्थित थे। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर के प्रक्षेत्र में अतिथियों द्वारा पौध रोपण किया गया।
लोचन की रिपोर्ट…