वर्मीखाद बेचकर जय माॅ सरस्वती स्व. सहायता समूह की महिलायें बनी आत्मनिर्भर, अब तक 73 हजार 297 रूपये की आमदनी
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 20 जुलाई 2020 से गोधन न्याय योजना की शुरूआत की गई। इस योजना के तहत् सरकार द्वारा गौठानों में गोबर की खरीद की जा रही है, जिससे वर्मी कम्पोस्ट बनाया जाकर कृषि कार्य में लगाया जा रहा है। इस योजना के क्रियान्वयन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। चारामा विकासखण्ड के ग्राम साल्हेटोला गौठान में भी जय माॅ सरस्वती स्व सहायता समूह द्वारा सुचारू रूप से गोबर की खरीदी कर वर्मी कंपोस्ट खाद बनाया जा रहा है।
गौठान समूह की महिलाएं बताती है कि हमारे समूह में 11 सदस्य है, समूह में पहले पैसे का लेनदेन चलता था, जिसमें काफी अनियमितता बना रहता था, जिससें समूह का विकास ठीक तरह से नहीं हो पा रहा था। राज्य शासन के महत्वकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना अंतर्गत हमारे समूह को कृषि विभाग से वर्मी खाद बनाने का प्रस्ताव मिला जिससे समूह को वर्मी खाद निर्माण तकनीक की जानकारी कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा गोबर खरीदा गया, जिसका समूह द्वारा उपयोग कर 41 प्रतिशत वर्मी खाद 218.20 क्विंटल 2 लाख 18 हजार 200 रूपये का आज तक उत्पादन किया जा चुका है एवं उत्पादन कार्य प्रगति पर है वर्ष 2021-21 में 132.70 क्विंटल 49 हजार 297 रूपये का समूह को शुद्ध लाभ हुआ और शेष उत्पादित वर्मी खाद जिसमें 61.20 क्विंटल राशि 61 हजार 200 रूपये में से 24 हजार का विक्रय किया जा चुका है तथा विक्रय कार्य वर्तमान में प्रगति पर है। अब तक हमारे समूह ने वर्मी खाद बेच कर 73 हजार 297 रूपये का शुद्ध लाभ प्राप्त किया है। हमारा गौठान अब आत्मनिर्भर बन चुका है।
आज हम समूह के सभी सदस्य मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद करते है, जिन्होंने हमारे जैसे महिला समूह की प्रगति एवं आर्थिक उन्नति के लिए इस योजना को लागू किया।
विनोद साहू ब्यूरो चीफ लाइव भारत 36 न्यूज़ कांकेर