जिले में अब तक 46 गौठानों में 78 टन से अधिक चारा
पैरादान के माध्यम से किया गया संग्रहित
महासमुंद 11 दिसम्बर 2020/ राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजनांतर्गत नरवा, गरवा, घुरूवा एवं बाड़ी का क्रियान्वयन जिले के चयनित गौठान ग्रामों में किया जा रहा है। महासमुन्द विकासखण्ड के कृषि विभाग के अधिकारियों एवं मैदानी अमले द्वारा गौठान ग्रामों और आस-पास के गांवों में प्रचार-प्रसार कर किसानों के खेतांे से हार्वेस्टर से धान फसल कटाई करने के पश्चात् खेत में पड़े पैरा को गौठानों में पशुओं के लिए चारा हेतु पैरादान कर, संग्रहण करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरें ने बताया कि जिले में अब तक 46 गौठानों में 78 टन से अधिक पशुओं के लिए चारा पैरादान के माध्यम से संग्रहित कर गौठानों में रखाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रति सप्ताह विकासखण्डों के विभागीय मैदानी अमलों से कृषकों के खेतों में पड़े हुए पैरा को संग्रहित कराने तथा गौठानों में दान करने हेतु लोगों से अपील कर कराया जा रहा है। वर्तमान में विकासखण्ड महासमुन्द के 13 गौठानों में 38 ट्राली मात्रा 19 टन पैरा दान कराकर संग्रहित किया गया है तथा बेलर मशीन के माध्यम से 3009 बंडल मात्रा 36.10 टन पैरा का एकत्रीकरण चारे के लिए कराया जा चुका है। बागबाहरा के 02 गौठानों में 16 ट्राली द्वारा पैरा मात्रा 8.00 टन, पिथौरा के 14 गौठानों में 83 ट्राली पैरा मात्रा 8.30 टन संग्रहण कराया गया है। बसना के 14 गौठानों में 111 ट्राली पैरा मात्रा 11.10 टन हुआ है। इसी तरह सरायपाली के 03 गौठानों में 29 ट्राली पैरा मात्रा 2.90 टन पशुओं के लिए चारा संग्रहित हो चुका है। उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक पैरा गौठानों में दान कर संग्रहण कराने की अपील की है।
लोचन चौधरी की रिपोर्ट…